Move to Jagran APP

भारी वाहनों से सुबह से शाम तक आरटीओ रोड जाम, पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था तक नहीं

हल्द्वानी शहर का आरटीओ रोड कई दिनों से सोमवार से शनिवार तक जाम रहता है। इसका कारण आरटीओ आफिस में फिटनेस आदि दस्तावेज पूरे करने के लिए आने वाले दर्जनों वाहन हैं। पार्किंग की व्यवस्था पर्याप्त नहीं होने से वाहन सड़क में खड़े हो रहे हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 12:05 PM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 12:05 PM (IST)
भारी वाहनों से सुबह से शाम तक आरटीओ रोड जाम, पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था तक नहीं
भारी वाहनों से सुबह से शाम तक आरटीओ रोड जाम, पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था तक नहीं

हल्द्वानी, जेएनएन : हल्द्वानी शहर का आरटीओ रोड कई दिनों से सोमवार से शनिवार तक जाम रहता है। इसका कारण आरटीओ आफिस में फिटनेस आदि दस्तावेज पूरे करने के लिए आने वाले दर्जनों वाहन हैं। पार्किंग की व्यवस्था पर्याप्त नहीं होने से वाहन सड़क में खड़े हो रहे हैं और दिनभर जाम की स्थिति बन रही है। 

loksabha election banner

गोला नदी से खनन खुलने पर लोग सरेन्डर कर चुके वाहनों को रिलीज कराने पहुँचते हैं। इसके साथ ही वाहनों की फिटनेस, टैक्स जमा आदि कागजात पूरे कराए जाते हैं। वन विभाग और वन निगम ने गोला नदी से खनन के लिए बनाए गए सभी गेटों को खनन के लिए खोल दिया है। इस गेटों से करीब साढ़े सात हजार वाहन पंजीकृत हैं। गेट खुलने के साथ ही खनन कारोबारी अपने वाहनों के दस्तावेज पूरे करने के लिए आरटीओ आफिस पहुँच रहे हैं।

वहीं फिटनेस के लिए वाहन को लाना अनिवार्य है। जिस कारण आरटीओ आफिस में सुबह से ही ट्रक, डंपर, टिप्पर और ट्रेक्टर की लंबी कतार सड़क पर लग जा रही है। हालांकि आरटीओ प्रशासन ने कार्यालय के सामने एक खाली प्लाट में वाहनों को पार्क करने की व्यवस्था की है, लेकिन इसकी क्षमता काफी कम है। जिस कारण सड़क पर ही वाहन खड़ा करना चालकों की मजबूरी बन रहा है। 

गेटों में फिटनेस की व्यवस्था नहीं

खनन कारोबारी लंबे समय से गोला नदी के गेटों पर ही वाहनों की फिटनेस करने की मांग उठा रहे हैं। इस मांग को लेकर उन्होंने कई बार आरटीओ को भी ज्ञापन दिया। आरटीओ प्रशासन की ओर से खनन कारोबारियों को हर बार गेट में फिटनेस की व्यवस्था करने का आस्वासन दिया गया। यही नहीं फिटनेस के लिए हर गेट का दिन निर्धारित करने की बात भी कही गई थी। इसके बावजूद व्यवस्था को शुरू नहीं किया गया। जबकि इस व्यवस्था से जाम की समस्या दूर होने से साथ ही वाहनों को लाने की समस्या का समाधान भी हो जाता।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.