भारत-नेपाल के मध्य बहने वाली काली नदी में एसएसबी के रीवर राफ्टिंग का शानदार आगाज
55वीं वाहिनी एसएसबी के तत्वावधान में जवानों में जोश भरने के लिए भारत नेपाल के मध्य बहने वाली काली नदी में जौलजीवी से बूम तक 150 किमी तक होने वाले रीवर राफ्टिंग का आगाज हो गया है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : 55वीं वाहिनी एसएसबी के तत्वावधान में जवानों में जोश भरने के लिए भारत नेपाल के मध्य बहने वाली काली नदी में जौलजीवी से बूम तक 150 किमी तक होने वाले रीवर राफ्टिंग का आगाज हो गया है। तीन बटालियनों के 16 जवान दो दिन तक प्रशिक्षण लेने के बाद गुरु वार को अभियान को रवाना होंगे। मंगलवार को अभियान का 55वीं वाहिनी के सेनानी एसके साशनी ने जौलजीवी से हंसेश्वर तक राफ्टिंग के लिए हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। मंगलवार और बुधवार को जवान जौलजीवी से हंसेश्वर तक पांच किमी का प्रशिक्षण लिया जाएगा। केएमवीएन के प्रशिक्षक जवानों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। सेनानी एसके शाशनी ने बताया कि दो दिन प्रशिक्षण के बाद 27 फरवरी को दल जौलजीवी से बूम (टनकपुर) तक 150 किमी तक राफ्टिंग करेंगे। अभियान चार दिनों का होगा।
पहले दिन दल जौलजीवी से झूलाघाट, दूसरे दिन झूलाघाट से पंचेश्वर , तीसरे दिन पंचेश्वर से चूका और चौथे दिन चूका से बूम तक पहुंंचेगा। दल में ऐसएसबी अल्मोड़ा के अंतर्गत आने वाली 11वीं वाहिनी डीडीहाट, 5वीं वाहिनी चम्पावत, और 55 वीं वाहिनी पिथौरागढ़ के 16 जवान भाग ले रहे हैं। उनके साथ छह प्रशिक्षक रहेंगे। इस मौके पर केएमवीएन के प्रबंधक दिनेश गुरु रानी की पहल पर एक पौधा धरती मां के नाम से रोपा गया। उद्घाटन अवसर पर टूवाइसी रवींद्र राजेश्वरी, उप सेनानी पंकज कुमार, केएमवीएन के प्रबंधक दिनेश गुरु रानी, थाना प्रभारी जीएस बिष्ट, व्यापार संघ अध्यक्ष धीरेंद्र धर्मशक्तू, लीला बंग्न्याल, प्रधान जमन सिंह आदि उपस्थित थे।
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