देवभूमि में सुरक्षित नहीं बेटियां, यौन अपराध व अपहरण का बढ़ा ग्राफ; खास रिपोर्ट
उत्तराखंड जिसे देवभूमि कहा जाता है में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार अपहरण यौन उत्पीड़न और दहेज हत्या के मामले बढ़े हैं। पॉक्सो एक्ट के तहत सबसे ज़्यादा मामले उत्तराखंड में ही हैं। पुलिस का कहना है कि बेहतर रिपोर्टिंग और त्वरित कार्रवाई के कारण ये आंकड़े सामने आ रहे हैं और आने वाले समय में अपराधों में कमी आने की उम्मीद है।

पर्वतीय राज्यों में महिलाओं के अपराध के मामले की स्थिति
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राज्य - 2021 - 2022 - 2023 -
उत्तराखंड - 3431 - 4337 - 3808 -
हिमाचल प्रदेश - 1599 - 1551 - 1604 -
त्रिपुरा - 807 - 752 - 791 -
अरुणाचल प्रदेश - 366 - 335 - 326 -
मेघालय - 392 - 418 - 307 -
मणिपुर - 302 - 248 - 201 -
सिक्किम - 130 - 179 - 134 -
मिजोरम - 176 - 147 - 184 -
नागालैंड - 54 - 49 - 56
महिलाओं के अपहरण व पोक्सो के तहत बच्चों के साथ यौन अपराध
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राज्य - अपहरण - पाक्सो के मामले - दहेज मृत्य - आत्महत्या के लिए उकसाना - मानव तस्करी -
उत्तराखंड - 743 - 814 - 48 - 19 - 04 -
हिमाचल प्रदेश - 361 - 393 - 00 - 39 - 05 -
मेघालय - 117 - 409 - 00 - 02 - 00 -
त्रिपुरा - 114 - 137 - 21 - 14 - 05 -
मणिपुर - 34 - 57 - 01 - 04 - 00 -
अरुणाचल प्रदेश - 39 - 58 - 01 - 03 - 05 -
मिजोरम - 07 - 115 - 00 - 00 - 00 -
नागालैंड - 07 - 15 - 00 - 00 - 00 -
सिक्किम - 22 - 91 - 00 - 02 - 00
उत्तराखंड में महिला अपराधों के मामले में अच्छी रिपोर्टिंग हो रही है। इसलिए यह आंकड़े भी सामने आ रहे हैं। महिलाओं के मामलों में पुलिस त्वरित कार्रवाई करती है। प्रदेश के हर थानों में महिलाओं के लिए हेल्प डेस्क भी स्थापित की गई है। ताकि उनके मामले पहले सुने जाएं। पुलिस अच्छा वर्कआउट कर रही है। एनसीआरबी की रिपोर्ट दो वर्ष पहले की है। हो सकता है कि वर्ष 2024 व 25 में महिला अपराधों का ग्राफ कम हो। - रिद्धिम अग्रवाल, आइजी कुमाऊं
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