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    Recovery agent murder bilaspur : दबिश को रुद्रपुर पहुंची यूपी पुलिस, हत्यारोपितों के घरों में लटके मिले ताले

    By Skand ShuklaEdited By:
    Updated: Tue, 19 Apr 2022 10:08 AM (IST)

    Recovery agent murder bilaspur बाइक की किस्त जमा न करने पर फाइनेंस कंपनी के रिकरी एजेंट की बिलासपुर में हत्या मामले में यूपी पुलिस ने रुद्रपुर में हत्यारोपितों के घर पर दबिश दी। लेकिन उनके घरों पर ताल लटके मिले।

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    दबिश को पहुंची यूपी पुलिस, हत्यारोपितों के घरों में लटके मिले ताले

    जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : बाइक की किस्त जमा न करने पर फाइनेंस कंपनी के एजेंटों से हुए विवाद के बाद बिलासपुर के रिकवरी एजेंट की हत्या करने वालों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। हत्या में नामजद भदईपुरा रुद्रपुर में रहने वाले आरोपित घरों में ताला लगाकर फरार हो गए हैं। आरोपितों के रुद्रपुर कनेक्शन के बाद ऊधम सिंह नगर की पुलिस भी उप्र पुलिस की मदद कर रही है। पुलिस ने जिले जगह-जगह दबिश देकर कुछ संदिग्धों को उठाकर पूछताछ शुरू कर दी है।

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    रामपुर हाईवे पर रविवार दोपहर बाइक सवार फाइनेंस रिकवरी एजेंटों ने सिंह कालोनी बिलासपुर, रामपुर निवासी संदीप सिंह दीपू पुत्र बलदेव सिंह की उसकी मां के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी थी। मां की तहरीर पर पुलिस ने कौशलगंज, रामपुर निवासी बलराज उर्फ बबलू के साथ ही रामपुर निवासी रामप्रकाश यादव, लल्ला यादव, प्रिंस यादव, विपिन यादव और संजीव मौर्य के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया था।

    पुलिस अधिकारियों के मुताबिक हत्या में नामजद दो-तीन आरोपित मूलरूप से रामपुर के हैं लेकिन अब वह रुद्रपुर के भदईपुरा में वर्षों से रहते हैं। साथ ही बल्ली-फंटी का कारोबार करते हैं। यह इनपुट मिलने के बाद उप्र पुलिस ने रुद्रपुर पुलिस से संपर्क कर जब दबिश दी तो वहां घर में ताला लगा मिला। सोमवार को भी उप्र पुलिस ने जिले के कई संदिग्ध ठिकानों पर दबिश देकर हत्यारोपितों के नजदीकियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। एसएसआइ रुद्रपुर सतीश चंद्र कापड़ी ने बताया कि भदईपुरा के रहने वाले हत्यारोपितों के घर में ताले लगे हुए हैं।

    रिकवर एजेंट था संदीप

    मृतक संदीप भी रिकवर एजेंट था। वह फाइनेंस एजेंटों के लिए भी काम करता था। बताया जा रहा है कि उसने खुद भी किस्त पर जो बाइक ली थी, उसकी अदायगी नहीं की थी। रिकवरी के लिए दो बाइक पर सवार आधा दर्जन फाइनेंस रिकवरी एजेंटों ने उसे रोक लिया था। बाइक छिनने के दौरान हुए विवाद में उन्होंने संदीप की गोली मारकर हत्या कर दी। यही नहीं चार-पांच दिन पूर्व किसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद भी हुआ था।