यादें इलेक्शन की : पिछले चुनाव में हुई थी रिकार्ड 68 फीसद वोटिंग
पिछले संसदीय चुनाव में नैनीताल सीट पर रिकार्ड 68.38 प्रतिशत मतदाताओं ने वोटिंग की थी। निर्वाचन आयोग की कोशिश इस बार प्रतिशत को और बढ़ाने की है।
किशोर जोशी, नैनीताल। भारत रत्न जीबी पंत की कर्मभूमि नैनीताल पूर्व रक्षा मंत्री केसी पंत, दिग्गज नेता एनडी तिवारी की परंपरागत सीट नैनीताल-ऊधमसिंह नगर को वीवीआइपी का दर्जा हासिल है। इस सीट पर 2002 के उपचुनाव में मात्र 31 फीसद मतदान हुआ था, जो अब तक का रिकार्ड है। तब मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के संसदीय सीट से इस्तीफे के बाद कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. महेंद्र पाल ने जीत दर्ज की थी। पिछले संसदीय चुनाव में इस सीट पर रिकार्ड 68.38 प्रतिशत मतदाताओं ने वोटिंग की थी। निर्वाचन आयोग की कोशिश इस बार प्रतिशत को और बढ़ाने की है।
दिग्गज नेता केसी पंत व एनडी इस सीट से तीन-तीन बार सांसद रहे। पंत 1962, 67 व 71 में जीते तो 77 जनता पार्टी के नवोदित प्रत्याशी से पराजित हुए मगर बाद में दिल्ली से चुनाव लड़कर संसद पहुंचे। एनडी ने इस सीट से पांच बार चुनाव लड़ा और 1980, 96 व 98 में जीते जबकि 1991 की रामलहर में भाजपा के नए प्रत्याशी बलराज पासी ने पराजित कर चुनावी विशेषज्ञों को चौंका दिया। एक बार पंत परिवार की बहू इला पंत से भी हारे। प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक मुजफ्फर अली ने सपा जबकि पूर्व मिस इंडिया नैना बलसावर ने 1999 में इस सीट से भाग्य आजमाया। हर बार निर्वाचन आयोग की ओर से मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए तमाम जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी विनोद कुमार सुमन के अनुसार मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए तमाम प्रयास होंगे। जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। यहां बता दें कि 1984 के आम चुनाव में सत्येंद्र गुडिय़ा को निकटतम प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय अकबर अहमद डंपी से 39 फीसद अधिक मत मिले।
मतदान प्रतिशत जीते प्रत्याशी
1977-60.45 भारत भूषण
1980-51.68 एनडी तिवारी
1984-60.04 सत्येंद्र गुडिय़ा
1989-52.94 डॉ महेंद्र पाल
1991-51.1 बलराज पासी
1996-59.19-एनडी तिवारी
1998-57.08 इला पंत
1999-58.76 एनडी तिवारी
2002-31.0 डॉ महेंद्र पाल
2004-48.88 केसी सिंह बाबा
2009-58.69 केसी सिंह बाबा
2014-68.38 भगत सिंह कोश्यारी
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