हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : Road Safety with Jagran: इंडीकेटर जलाकर वाहनों को पास देने का प्रचलन बढ़ चुका है। सड़क पर पीछे से आ रहे वाहन का चालक जब आगे निकलने के लिए पास मांगता है तो चालक इंडीकेटर जलाकर संकेत देता है। ऐसी गलती कभी न करें। इंडीकेटर मुड़के का संकेत देता है न कि आगे बढ़ने का। इसलिए जब भी कोई पास मांगे तो वाहन से हाथ निकालकर उसे आगे बढ़ने का इशारा कर दें। इससे हादसों का खतरा कम से कम रहेगा।
टीआई ने पढ़ाया ये पाठ
ट्रैफिक इंस्पेक्टर राकेश माहरा ने यह बात दैनिक जागरण के सड़क सुरक्षा अभियान के तहत भोटियापड़ाव टैक्सी स्टेंड में चालकों को दिए प्रशिक्षण के दौरान कही। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार चालक वही है जो यातायात नियमों का शत प्रतिशत पालन करता है। सफर के दौरान चालक को खुद तो सीट बेल्ट पहननी ही चाहिए, साथ ही सवारियों को भी सीट बेल्ट पहनने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
- हाईवे पर बने कट से चालक वाहनों को मोड़ते हैं। इससे हादसों का खतरा तो रहता ही है, पकड़े जाने पर एक हजार रुपये तक चालान भी हो सकता है। 20 रुपये का डीजल व पेट्रोल बचाने के चक्कर में एक हजार का चालान व हादसे को निमंत्रण न दें।
- पहाड़ पर सफर के दौरान अधिक सवारी न बैठाएं। सड़क पर चलते समय साइन बोर्ड का पालन करें। यह बोर्ड विश्व का सबसे बड़ा साइन है। जो हाईवे को जोड़ने वाले मार्गों पर दिखता है।
- अगर बुजुर्ग, दिव्यांग या स्कूली बच्चे सड़क पार कर रहे हैं तो पहले उन्हें निकलने दें।
- ओवरस्पीड पर काबू रखें। जब वाहन की अचानक टक्कर होती है तब चालक 900 गुना अधिक स्पीड से टकराता है और शीशा तोड़कर वह बाहर गिर जाता है। अधिकांश मौत पेट में स्टेयरिंग लगने या घुसने से होती हैं।
- सुरक्षित सफर के लिए सीट बेल्ट का प्रयोग करें।
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— गणेश पांडे (@GP_journalist) November 27, 2022
रफ ड्राइविंग ही नहीं, गलत पार्किंग भी बनती है हादसे की वजह
इधर, ट्रांसपोर्ट नगर चौकी प्रभारी संजीत राठौर ने ट्रांसपोर्ट नगर में जागरण के सड़क सुरक्षा अभियान के तहत पाठशाला लगाई। उन्होंने ट्रांसपोर्टरों से कहा कि रफ ड्राइविंग ही हादसे की वजह नहीं बनती। कई बार गलत जगह वाहन पार्क करने से भी हादसे हो जाते हैं। यातायात को व्यवस्थित करने में अव्यवस्था अलग से फैलती है।
हादसों में हर साल डेढ़ लाख से अधिक मौतें
पाठशाला में कारोबारियों, ट्रांसपोर्ट में काम करने वाले कामगार, ट्रक चालक-हेल्परों समेत अन्य लोगों ने भागीदारी की। एसआइ राठौर ने कहा कि सड़क हादसों में हर साल डेढ़ लाख से अधिक लोगों की मौत हो जाती है। वाहनों को नो पार्किंग वाली जगह व दूसरी लेन में खड़ा करने से हल्द्वानी में जाम की समस्या बनती है। गलत जगह वाहन पार्क होने से अक्सर हादसे हो जाते हैं। वाहनों को नियत स्थान पर पार्क करने से ही यातायात को काफी हद तक सुगम व सुरक्षित बनाया जा सकता है।
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नाबालिग को न चलाने दें वाहन
राठौर ने कहा कि अभिभावक अपने नाबालिग बच्चों को वाहन चलाने के लिए न दें। बच्चों के लिए अपने माता-पिता रोल माडल होते हैं। इसलिए वाहन चलाते समय हमेशा सीट बेल्ट, हेलमेट पहनें। खुद सुरक्षित रहें और दूसरों को सुरक्षित रखें। इस दौरान व्यापारियों ने अपनी समस्या भी बताई। इस दौरान दयाकिशन शर्मा, ललित रौतेला, हरजीत सिंह चड्ढा, राजकुमार सिंह नेगी, जगत सिंह नेगी, हीरा कार्की, धीरज जोशी, पम्मी गुजराल, नवीन चंद्र मेलकानी आदि मौजूद रहे।
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