Move to Jagran APP

जिस युवक पर दलित भोजनमाता के हाथों का खाना खाने से इन्कार का आरोप लगा उसमें अब ये मामला सामने आया

भूमका गांव में क्वारंटाइन सेंटर में प्रवासी युवक ने कथित तौर खाना खाने से इन्कार कर दिया था और कारण बताया गया कि भोजनमाता एक दलित है। अब मामले को लेकर गांव में राजनीति गर्मा गई है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 06:50 PM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 06:50 PM (IST)
जिस युवक पर दलित भोजनमाता के हाथों का खाना खाने से इन्कार का आरोप लगा उसमें अब ये मामला सामने आया
जिस युवक पर दलित भोजनमाता के हाथों का खाना खाने से इन्कार का आरोप लगा उसमें अब ये मामला सामने आया

हल्द्वानी, जेएनएन : नैनीताल जिले के ओखलकांडा ब्लॉक के एक गांव में पिछले दिनों सामाजिक समरसता बिगाड़ने वाला मामला सामने आया था। मामल ये था कि ब्लॉक के नाई पट्टी के भूमका गांव में बने संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर में प्रवासी युवक ने कथित तौर खाना खाने से इन्कार कर दिया था और कारण बताया गया कि भोजनमाता एक दलित है। अब मामले को लेकर गांव में राजनीति गर्मा गई है। ग्रामीणों का कहना है कि यह सब चुनावी रंजिश के कारण हो रहा है। शुक्रवार को कई जनप्रतिनिधि और ग्रामीण इसी मामले को लेकर डीएम दफ्तर धमक गए। उनकी मांग है कि झूठी रिपोर्ट लिखवाने वाले पर कार्रवाई होनी चाहिए।

loksabha election banner

डीएम से मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग 

भुमका निवासी दिनेश मेलकानी पुत्र पान देव मेलकानी 14 मई को घर लौटने के बाद से स्कूल में क्वारंटाइन है। पान देव ने बताया कि प्रधान मुकेश बौद्ध द्वारा कोई व्यवस्था नहीं करने पर उनके द्वारा घर से भोजन दिया जा रहा था। पचास मीटर की दूरी पर ही घर है। परिजनों के मुताबिक पहले से रंजिश रखने वाले प्रधान ने दलित भोजनमाता के हाथ का खाना नहीं खाने का आरोप लगाते हुए बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया। जबकि भोजनमाता संग अभद्रता का कोई मामला नहीं था। ग्रामीण व जनप्रतिनिधियों ने डीएम सविन बंसल से मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस दौरान पूर्व ग्राम प्रधान विपिन सनवाल, ग्राम प्रधान तुलसी देवी, संजय सिंह, कमला देवी, प्रताप सिंह, उमेद सिंह आदि मौजूद थे।

हिमाचल से आया है प्रवासी युवक

हिमाचल प्रदेश से अपने गांव भूमका आए युवक दिनेश मेलकानी स्कूल में बने क्वारंटाइन सेंटर में रह रहा है। प्रधान मुकेश चंद्र बौद्ध ने राजस्व पुलिस को बीते सोमवार को तहरीर देकर बताया कि युवक ने दलित भोजनमाता के हाथ से बना भोजन करने से इन्कार कर दिया है। उसका भोजन रोज उसके घर से आ रहा है। परिवार का कोई सदस्य गेट पर रखकर चला जाता है। मामले की जांच पट्टी पटवारी रवि पांडे कर रहे हैं। पूछताछ में भोजनमाता ने बताया कि युवक ने उससे कोई अभद्रता नहीं की। जबिक युवक निदेश का कहना है कि भोजन समय से न मिलने और बेहद खराब होने के कारण घर से मंगा रहा हूं।

उत्तराखंड में प्रवासियों को लाने का सिलसिला तेज

लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासियों को लाने की कवायद प्रदेश सरकार ने तेज कर दी है। हरियाणा, गुजरात समेत देश के दूसरे हिस्सों से उत्तराखंडियों को बस और ट्रेन के माध्यम से लाया जा रहा है। तीन श्रमिक स्पेशल ट्रेनें गुजरात से और बसों से हरियाणा व दिल्ली बड़ी तादाद में प्रवासियों को लाया जा चुका है। बाहर से आने अावले लोगाें को गांवों में संस्थागत क्वारंटाइन करने के साथ ही होम क्वारंटाइन भी किया जा रहा है। क्वारंटाइन नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

घर में घुसे प्रेमी को परिजनों ने जमकर पीटा, आहत प्रेमिका ने काट ली अपनी नस 

22 दिनों तक जिंदगी से जंग के बाद खुद को आग लगाने वाली दुष्कर्म पीडि़ता नाबालिग की मौत   


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.