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काशीपुर निवासी स्‍वीडन में प्रोफेसर राजीव अहूजा बने आइआइटी रोपड़ के निदेशक, मार्च में करेंगे ज्‍वाइन

वर्तमान में वह स्वीडन की उपशाला यूनिवर्सिटी में भौतिकी और खगोल विज्ञान विभाग में प्रोफ़ेसर हैं। इन दिनों वह घर काशीपुर आए हुए हैं। उन्होंने पीएचडी और मास्टर डिग्री आइआइटी रुड़की से की है। इसके बाद उन्होंने उपशाला यूनिवर्सिटी स्वीडन में पोस्ट डाक्टोरल के रूप में प्रवेश लिया।

By Prashant MishraEdited By: Published: Tue, 12 Jan 2021 04:54 PM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 04:26 AM (IST)
काशीपुर निवासी स्‍वीडन में प्रोफेसर राजीव अहूजा बने आइआइटी रोपड़ के निदेशक, मार्च में करेंगे ज्‍वाइन
स्वीडन में उन्‍हें 50 वैज्ञानिकों और दुनिया के 500 वैज्ञानिकों में अप्लाइड फिजिक्स क्षेत्र में स्थान दिया गया है।

जागरण संवाददाता, काशीपुर : नगर के कोर्ट रोड पर रहने वाले प्रोफेसर राजीव आहूजा को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आइआइटी रोपड़ (पंजाब) का नया निदेशक नियुक्त किया है। प्रोफेसर आहूजा मार्च माह से बतौर निदेशक आइआइटी रोपड़ में ज्वाइन करेंगे। वह प्रभारी प्रोफेसर सरित के दास से कार्यभार ग्रहण करेंगे।

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वर्तमान में वह स्वीडन की उपशाला यूनिवर्सिटी में भौतिकी और खगोल विज्ञान विभाग में प्रोफ़ेसर हैं। इन दिनों वह घर काशीपुर आए हुए हैं। उन्होंने पीएचडी और मास्टर डिग्री आइआइटी रुड़की से की है। इसके बाद उन्होंने उपशाला यूनिवर्सिटी स्वीडन में पोस्ट डाक्टोरल के रूप में प्रवेश लिया और 2007 में उपशाला यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बने। प्रोफेसर आहूजा ने बताया कि उपशाला दुनिया की शीर्ष 100 यूनिवर्सिटी में शामिल है। प्रोफेसर आहूजा भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक हैं। उन्हें स्वीडन में 50 वैज्ञानिकों और दुनिया के शीर्ष 500 वैज्ञानिकों में अप्लाइड फिजिक्स क्षेत्र में स्थान दिया गया है।

उन्होंने वैज्ञानिक पत्रिकाओं में 950 से अधिक वैज्ञानिक पत्र प्रकाशित किए हैं। उन्हें स्टाकहोम के रायल स्वीडिश एकेडमी आफ साइंसेज में वलमार्क पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। यह पुरस्कार स्वीडन के राजा द्वारा हर साल युवा वैज्ञानिकों को दिया जाता है। उन्हें आइआइटी इंदौर में शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग के प्रोत्साहन के लिए योजना में शामिल किया गया। एमएचआरडी के ग्लोबल इनीशिएटिव आफ एकेडमिक नेटवर्क का पुरस्कार आइआइटी इंदौर और पुणे विश्वविद्यालय में दिया गया था। प्रोफेसर आहूजा की पत्नी स्नेह ने भी पीएचडी इम्यूनोलाजी केजीएमसी, लखनऊ से हासिल की है। उनकी दो बेटियां आकांक्षा और ईशा हैं इन दिनों एमबीबीएस कर रही हैं।


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