राष्ट्रपति मुर्मू ने कैंची धाम में नीब करौरी बाबा के दर्शन किए, उत्तराखंड को बताया 'ज्ञान की भूमि'
राष्ट्रपति मुर्मू ने कैंची धाम में नींब करौरी बाबा के दर्शन किए। उन्होंने उत्तराखंड को ज्ञान और संस्कृति का केंद्र बताते हुए इसके महत्व पर प्रकाश डाला। राष्ट्रपति ने नींब करौरी बाबा के योगदान की सराहना की। कैंची धाम एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है जहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तराखंड दौरे पर आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का तीसरा दिन है। राष्ट्रपति ने नैनीताल के प्रसिद्ध कैंची धाम में नींब करौरी महाराज के दर्शन किए।
इसके उपरांत कुमाऊं विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में भाग लिया। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने उत्तराखंड को सदियों से ज्ञान और संस्कृति का केंद्र बताया, जो नदियों और वनों की अकूत संपदा से संपन्न है।
राष्ट्रपति ने उत्तराखंड की धरती को वीरों की भूमि कहकर नमन किया, जहां अनेक स्वाधीनता सेनानियों ने संघर्ष किया, और देवभूमि के लोगों के देश की रक्षा में योगदान की सराहना की। उन्होंने समारोह में पदक प्राप्त करने वाले सभी उपाधि धारकों को बधाई भी दी।

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