By Deep belwal Edited By: Aysha Sheikh Updated: Mon, 12 Feb 2024 09:01 AM (IST)
हल्द्वानी पहुंचे बिहार के भोजपुर जिला निवासी अंकित कुमार सिंह ने बताया कि प्रकाश कुमार सिंह पुत्र श्याम देव सिंह उनका साला था। उसने इसी वर्ष ग्रेजुएशन किया था। आठ फरवरी को प्रकाश ने काम की तलाश में उत्तराखंड के हल्द्वानी जाने की बात कही थी। बनभूलपुरा में उपद्रवियों की गोली लगने से उसकी जान चली गई। बनभूलपुरा कांड के दौरान सिर में तीन गोलियां लगी।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। पांच दिन पहले बिहार के भोजपुर जिले के छैनेगांव निवासी 24 वर्षीय प्रकाश कुमार सिंह घर से काम की तलाश में हल्द्वानी आया। मगर उसे यहां मौत मिली। बनभूलपुरा में उपद्रवियों की गोली लगने से उसकी जान चली गई। बनभूलपुरा कांड के दौरान सिर में तीन गोलियां लगी। रविवार को प्रकाश के जीजा हल्द्वानी पहुंचे और शव पोस्टमार्टम के बाद बिहार लेकर गए।
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हल्द्वानी पहुंचे बिहार के भोजपुर जिला निवासी अंकित कुमार सिंह ने बताया कि प्रकाश कुमार सिंह पुत्र श्याम देव सिंह उनका साला था। उसने इसी वर्ष ग्रेजुएशन किया था। आठ फरवरी को प्रकाश ने काम की तलाश में उत्तराखंड के हल्द्वानी जाने की बात कही थी। छह फरवरी को वह घर से निकल गया और आठ को हल्द्वानी पहुंचा।
पुलिस ने फोन रिसीव कर प्रकाश की मौत की जानकारी दी
हल्द्वानी पहुंचने के बाद स्वजन प्रकाश को फोन करते रहे, लेकिन उसने रिसीव नहीं किया। इस पर स्वजन को चिंता सता रही थी। शनिवार को प्रकाश के नंबर पर फोन किया। पुलिस ने फोन रिसीव कर प्रकाश के मौत की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रकाश सात भाई-बहनों में छठे नंबर का था। जिसमें पांच बहनें बड़ी व एक भाई छोटा है।
तीन बहनों की शादी हो चुकी है। घर का बड़ा बेटा होने पर प्रकाश के ऊपर कई जिम्मेदारी थी। इसकी जेब में पुलिस को एक मंगलसूत्र, 50 रुपये और रुद्राक्ष भी मिला। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि प्रकाश बनभूलपुरा में कैसे पहुंचा और उसकी मौत किस असलहे से हुई है।
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