नामवर सिंह को पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि, सोशल मीडिया पर शोक की लहर
हिंदी के प्रख्यात आलोचक और जवारहर लाल नेहरू विश्वविद्दालय में प्रोफेसर रह चुके डॉ. नामवर सिंह के निधन साहित्यकारों में शोक की लहर है।
हल्द्वानी जेएनएन : हिंदी के प्रख्यात आलोचक और जवारहर लाल नेहरू विश्वविद्दालय में प्रोफेसर रह चुके डॉ. नामवर सिंह के निधन साहित्यकारों में शोक की लहर है। उन्होंने दिल्ली एम्स में मंगलवार रात तकरीबन 11.50 बजे आखिरी सांस ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत अन्य नेताओं और साहित्याकारों ने ट्वीट कर प्रख्यात आलोचक को श्रद्धांजलि दी है। 28 जुलाई 1926 को बनारस के गांव जीयनपुर (अब चंदौली) में पैदा हुए नामवर सिंह ने हिंदी साहित्य में काशी विश्वविद्यालय से एमए और पीएचडी की डिग्री हासिल की। बाद में उन्होंने इसी विश्वविद्यालय में पढ़ाया भी।
नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री
हिन्दी साहित्य के शिखर पुरुष नामवर सिंह जी के निधन से गहरा दुख हुआ है। उन्होंने आलोचना के माध्यम से हिन्दी साहित्य को एक नई दिशा दी। ‘दूसरी परंपरा की खोज’ करने वाले नामवर जी का जाना साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दे और परिजनों को संबल प्रदान करे।
ओम थानवी, वरिष्ठ पत्रकार
हिंदी में फिर सन्नाटे की ख़बर। नायाब आलोचक, साहित्य में दूसरी परम्परा के अन्वेषी, डॉ नामवर सिंह नहीं रहे। मंगलवार को आधी रात होते-न-होते, कोई 11.50 पर, उन्होंने आख़िरी साँस ली। वे कुछ समय से एम्स में भरती थे।
पुरुषोत्तम अग्रवाल, वरिष्ठ आलोचक
अंतिम प्रणाम गुरुदेव लंबा ही नहीं बड़ा जीवन जिया आपने
मनोज बाजपेयी, अभिनेता
साहित्य जगत के लिए भारी दुःख की ख़बर ।स्वर्गीय नामवर जी की आत्मा को शान्ति मिले !! नमन!!!!
भगवानद दास मोरवाल, उपन्यासकार
नामवर सिंह के रूप में हिंदी जगत का सूर्य अस्त हो गया ।
नमन व विनम्र श्रद्धांजलि !
यूपी कांग्रेस
हिंदी के प्रख्यात आलोचक और प्रखर वक्ता नामवर सिंह जी के निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि।
गीताश्री, लेखिका
सबके पास उनकी सुंदर स्मृतियाँ हैं
अविस्मरणीय नामवर जी
बेटी कहा था आपने...
इस बेटी का अंतिम प्रणाम
अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री दिल्ली
हिंदी के प्रख्यात आलोचक और साहित्यकार नामवर सिंह जी अब हमारे बीच नहीं रहे। हिंदी साहित्य में आलोचना को एक नया आयाम और नई ऊंचाई देने वाले नामवर सिंह जी को विनम्र श्रद्धांजलि। परमात्मा उनकी आत्मा को शांति और उनके परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति दें।
दिविक रमेश, लेखक
नामवर जी का जाना साहित्य के सर्वाधिक उच्च स्तम्भ का ढह जाना है। उनकी देन अप्रतिम है। वे हमारे बीच रहेंगे। हिन्दी ही नहीं पूरा भारतीय साहित्य उनका सदैव ऋणी रहेगा। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। संतप्त परिवार को सांत्वना मिले।
शरद कोकास, कवि
नामवर जी ..ऐसा लग रहा था कि मृत्यु पर विजय पा लेंगे ..लेकिन ऐसा हो न सका ...विनम्र श्रद्धांजलि ।।
सुदीप्ति, लेखिका
जिन्होंने ज़िंदगी ठाठ से जी और जीते जी किंवदंती पुरुष बन गए ऐसे नामवर जी को विदा देती सुबह भी मानो गमगीन है।
श्रद्घांजलि
प्रेम जमनेजय, व्यंग्यकार
हिंदी व्यंग्य एवं 'व्यंग्य यात्रा' के शुभचिंतक, शिखर पुरुष आदरणीय नामवर सिंह जी को व्यंग्य यात्रा परिवार की विनम्र श्रद्धांजलि।
यह भी पढ़ें : तेजी से बढ़ता ब्लड प्रेशर और शुगर डैमेज कर रहा है किडनी, इन बातों का रखें ध्यान
यह भी पढ़ें : कॉर्बेट पार्क में अब हर पर्यटक कर सकेंगे बाघ का दीदार, जानिए क्या है योजना
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।