मोदी ने जनता की नब्ज पकड़कर सवालों को भीड़ पर उछाला, जनसैलाब ने भी दिया जवाब
मौका था और दस्तूर भी तो चौके पर छक्का बनता था। हुआ भी वही मोदी ने जनता की नब्ज पकड़कर अपने सवालों को भीड़ पर उछालकर उनका उत्तर भी उमड़े जनसैलाब से ही लिया।
रुद्रपुर, कंचन वर्मा : मौका था और दस्तूर भी, तो चौके पर छक्का बनता था। हुआ भी वही, मोदी ने जनता की नब्ज पकड़कर अपने सवालों को भीड़ पर उछालकर उनका उत्तर भी उमड़े जनसैलाब से ही लिया। बात देश की सेना की हो या फिर सेनाध्यक्ष की, मोदी ने पूछा कि लोग क्या चाहते हैं। सर्जिकल स्ट्राइक पर सुबूत मांगने वाली, सेना अध्यक्ष को गाली देने वाली और वायु सेनाध्यक्ष को झूठा कहने वालों का समर्थन करेंगे? क्या पाक का हीरो बनने की चाहत रखने वालों को जनता माफ करेगी? सवालों के साथ ही भीड़ से एक ही आवाज आई कभी नहीं...कभी नहीं। गरीबों और किसानों के मर्म को भी मोदी ने छुआ।
रुद्रपुर का मोदी मैदान (एफसीआइ ग्राउंड) चौथी बार नरेंद्र मोदी की रैली का गवाह बना। बेईमान मौसम ने पिछली सभा में भले ही उनके कदम रोक दिए हों, लेकिन पब्लिक मोदी का दीदार करने को अंत तक डटी रही थी। मोबाइल से मोदी के संबोधन पर भी पब्लिक टस से मस न हुई। गुरुवार को जहां पब्लिक ने मोदी का दिल खोलकर स्वागत किया तो वहीं मोदी ने भी दिल का तार लोगों से जोडऩे में देरी नहीं की। उन्होंने उत्तराखंड को मिनी इंडिया बताया।
हालांकि यह कहना भी नहीं भूले कि 2019 का चुनाव विकास के मुददे पर है। इस पूरे भाषण में सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस ही केंद्र ङ्क्षबदु में रही। कभी भ्रष्टाचार के नाम पर तो कभी सर्जिकल स्ट्राइक और शहादत पर सवाल को लेकर उन्होंने विपक्षी पार्टी पर तंज कसे। उनके सवालों के जवाब पब्लिक के बीच से ही निकले। बात यहीं खत्म नहीं हुई, मोदी फिर लोगों के दिल की गहराइयों में उतरे। विपक्षियों पर फिर चौथरफा वार किया, बोले कांग्रेस के नामधारी चाहते हैं कि बालाकोट, आतंकवाद और देश की रक्षा के मुददे पर वह कुछ न बोलें... तो क्या मोदी चुप बैठ जाए? क्या धमकी से डर जाए? चेताया कि डरने के संस्कार देश के इस चौकीदार में नहीं हैं।
उन्होंने पब्लिक से यह भी पूछा कि पलायन के लिए मजबूर किसने किया और उत्तराखंड के गांवों को सड़क से वंचित रखने वाले कौन हैं? उन्होंने गरीब और किसानों के मर्म को भी छुआ। सख्त लहजे में कहा, मोदी जो भी करता है, मिशन के रूप में करता है। गारंटी दी कि 2022 के बाद कोई भी गरीब कच्चे मकान में नहीं दिखेगा।
मेरे सत्य की ताकत आपका वोट
भाषण खत्म करते-करते नरेंद्र मोदी लोगों से इस बात की गारंटी ले गए कि भारी मतदान करेंगे। गर्मी होगी तब भी मतदान करेंगे, 10 बजे से पहले मतदान करेंगे और जलपान से पहले मतदान करेंगे। उन्होंने लोगों से यह अपील भी की, कि उनका एक वोट नए भारत का निर्माण तय करेगा। यह भी बोले कि मेरे हर सत्य की ताकत भी आप ही हैं। मैं मोदी हूं, जुबां का पक्का हूं।
दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाते रहे रावत
गांधी परिवार को बेरोजगार की संज्ञा देते हुए मोदी यह कहना भी नहीं भूले कि मुख्यमंत्री रहते हरीश रावत दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाते रहे और एक बेरोजगार परिवार को रोजगार देने का काम करते रहे। राज्य के बेरोजगारों से उन्हें कोई सरोकार नहीं था। उन्होंने अपने भाषण में कई बार मलाई शब्द का प्रयोग कर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया।
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