फिर धराशाई हुई सस्ती उड़ान की उम्मीदें, हवाई पट्टी पर नहीं उतरा विमान
नैनीसैनी हवाई पट्टी से 24 अक्टूबर को हवाई सेवा शुरू करने की सरकार की घोषणा कोरी साबित हुई। हवाई पट्टी पर विमान नहीं उतरा।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : नैनीसैनी हवाई पट्टी से 24 अक्टूबर को हवाई सेवा शुरू करने की सरकार की घोषणा कोरी साबित हुई। हवाई पट्टी पर विमान नहीं उतरा। उड़ान को लेकर एक बार फिर ठगे जाने से जिले भर में आक्रोश है। लोगों ने सोशल मीडिया पर जमकर अपनी भड़ास निकाली।
प्रदेश सरकार ने 24 अक्टूबर से पिथौरागढ़ नैनीसैनी हवाई पट्टी से पंतनगर और देहरादून के लिए रियायती दरों पर हवाई सेवा शुरू किए जाने की घोषणा की थी। जिले के लोग उड़ान शुरू होने के खासे इंतजार में थे, लेकिन निर्धारित तिथि को भी हवाई पट्टी सूनी ही रही। बीते रोज वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने कहा था कि डीजीसीए ने हवाई पट्टी के नजदीक तीन मकानों को उड़ान में बाधक बताया है, शासन ने इन मकानों की समस्या समाधान के लिए छह माह का समय मांगा है। साथ ही तब तक अस्थायी तौर पर उड़ान शुरू करने के लिए डीजीसीए से बातचीत की है, लेकिन अभी तक डीजीसीए की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है।
उड़ान शुरू नहीं होने पर जिले भर में तीखी प्रतिक्रिया हुई है। लोगों ने सरकार को सीमांत की जनता को ठगने का आरोप लगाया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष त्रिलोक सिंह महर और पार्टी के प्रांतीय प्रवक्ता भुवन पांडेय ने कहा है कि डबल इंजन की सरकार उड़ान के मामले में सीमांत की जनता को गुमराह कर रही है। सरकार ने पिथौरागढ़ से सिर्फ नौ सीटर विमान उड़ाने की घोषणा की है और इसका सफल ट्रायल कई बार हो चुका है। भाजपा के तमाम वरिष्ठ नेता खुद ट्रायल लेंडिंग के तहत हवाई पट्टी पर उतकर हवाई पट््टी का शुभारंभ भी कर चुके हैं। वायु सेना के विशाल 50 सीटर विमान बिना किसी अवरोध के हवाई पट्टी पर सफल लेंडिंग कर चुके हैं। इसके बाद तीन मकानों का लेंडिंग में अवरोध बताना हास्यास्पद है। इससे साफ है कि सरकार की मंशा हवाई सेवा शुरू करने की नहीं है। इसका जवाब क्षेत्र की जनता देगी। जिले भर के लोगों ने आज हवाई सेवा शुरू नहीं होने के विरोध में सोशल मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली।
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