काउंसलिंग के बावजूद डेढ़ हजार अतिथि शिक्षकों को नहीं मिली नियुक्ति, आंदोलन की चेतावनी
शिक्षा विभाग के अफसरों के ढीले रवैये से कुमाऊं मंडल के करीब डेढ़ हजार अतिथि शिक्षकों में नाराजगी है।
हल्द्वानी, जेएनएन : शिक्षा विभाग के अफसरों के ढीले रवैये से कुमाऊं मंडल के करीब डेढ़ हजार अतिथि शिक्षकों में नाराजगी है। आरोप है कि काउंसलिंग के बावजूद मंडल में अल्मोड़ा, बागेश्वर, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर में अफसर जानबूझकर लेटलतीफी कर नियुक्ति लटका रहे हैं। अतिथि शिक्षकों ने नियुक्ति के लिए विभाग को 24 फरवरी तक का अल्टीमेटम दे डाला है। चेतावनी दी है कि इसके बाद प्रदर्शन शुरू किया जाएगा।
पूर्व माध्यमिक विद्यालयों व इंटर कॉलेजों में हुई है नियुक्ति
अतिथि शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि करीब एक सप्ताह पूर्व माध्यमिक विद्यालयों व इंटर कॉलेजों में अतिथि शिक्षकों की तैनाती के लिए काउंसलिंग की गई। जिससे नियुक्ति मिलने की उम्मीद जगी। अफसरों ने वादा किया था कि अगले एक-दो दिनों में उन्हें नियुक्ति पत्र जारी कर दिए जाएंगे। मगर, अब तक ऐसा नहीं किया गया है। जबकि, अतिथि शिक्षक विभाग के मुखियाओं से उम्मीद पाले बैठे हैं। कहा कि नियुक्ति के लिए वे पिछले दो साल से संघर्ष कर रहे हैं। अब यदि सोमवार तक नियुक्ति न मिली तो आंदोलन की राह पकड़ी जाएगी।
दोबारा काउंसलिंग से बढ़ी नाराजगी
अतिथि शिक्षकों ने बताया कि बीते साल जनवरी के पहले सप्ताह में सभी अतिथि शिक्षकों की काउंसलिंग की गई थी। जिसके बाद उन्हें नियुक्ति मिलनी थी। इस दौरान हरिद्वार, चम्पावत जिले में चयनित अतिथि शिक्षकों की लिस्ट जारी की गई। मगर, सुप्रीम कोर्ट से स्टे लगने के बाद एक साल बाद इस साल निर्णय आया है। जिसमें कहा गया है कि पिछली काउंसलिंग के अनुसार ही नियुक्ति होगी। मगर, विभाग ने फिर से काउंसलिंग की। वहीं दिनेश टम्टा, जिलाध्यक्ष अतिथि शिक्षक संघ नैनीताल ने बताया कि काउंसलिंग के बाद नियुक्ति में हो रही देरी से अतिथि शिक्षक तनाव में हैं। कई जिलों में काउंसलिंग के एक-दो दिन बाद ही नियुक्ति लिस्ट जारी कर दी गई थी।
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