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    एससी भोजन माता विवाद में अब सीएम ने किया हस्तक्षेप, पुलिस के इस बड़े अधिकारी को दिए जांच के निर्देश

    By Prashant MishraEdited By:
    Updated: Fri, 24 Dec 2021 03:02 PM (IST)

    चुनावी माहौल में कुछ राजनीतिक दलों के लोग इस मुद्दे को अपने पक्ष में भुनाने के लिए विवाद को बनाए रखना चाहते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सीएम ने मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

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    मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में दुष्प्रचार करने वालों पर भी निगरानी रखी जाए।

    जागरण संवाददाता, चम्पावत : राजकीय इंटर कॉलेज सूखीढांग में भोजन माता विवाद प्रकरण को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने डीआईजी कुमाऊं डा. नीलेश आनंद भरणे को पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में दुष्प्रचार करने वालों पर भी निगरानी रखी जाए।

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    सूखीढांग इंटर कॉलेज में भोजन माता के रूप में कार्यरत शकुंतला देवी को उम्र अधिक होने का हवाला देते हुए नौकरी से हटाकर उनके स्थान पर एससी वर्ग की सुनीता देवी को भोजन माता नियुक्ति कर किया गया था। विद्यालय प्रबंध समिति और पीटीए के प्रस्ताव से चयनित भोजन माता को हटाकर एससी वर्ग की भोजन माता की नियुक्ति किए जाने से विद्यालय प्रबंध समिति और सामान्य वर्ग केअभिभावक आमने-सामने आ गए थे। खबर यह भी आई कि विवाद के बाद सामान्य वर्ग के बच्चों ने एससी वर्ग की भोजन माता के हाथ से बना भोजन करने से इनकार दिया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीईओ आरसी पुरोहित ने उपखंड शिक्षा अधिकारी अंशुल बिष्ट को मामले की जांच के आदेश दिए थे। चार दिन पूर्व स्वयं एडी बेसिक अजय नौटियाल, सीईओ आरसी पुरोहित, उपखंड शिक्षा अधिकारी अंशुल बिष्ट जांच के लिए विद्यालय पहुंचे। 

    अभिलेखों के निरीक्षण में पाया कि सुनीता देवी की नियुक्ति नियमों के अनुरूप नहीं हुई है। जिसके बाद सुनीता देवी को पद से हटा दिया गया। मामला यहीं तक होता तो ठीक था। लेकिन एससी वर्ग की भोजन माता के हाथ से सामान्य वर्ग के बच्चों द्वारा  मध्यान्ह भोजन ग्रहण न करने की खबर आने के बाद मामला तूल पकड़ गया। जिसे लेकर राजनीति भी जमकर हो रही है। सूत्रों के अनुसार चुनावी माहौल में कुछ राजनीतिक दलों के लोग इस मुद्दे को अपने पक्ष में भुनाने के लिए विवाद को बनाए रखना चाहते हैं। सरकार में होने के कारण इस सबका नुकसान कहीं न कहीं भाजपा को हो रहा था। माना जा रहा है कि इसी  बात को ध्यान में रखते हुए सीएम ने मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

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