अब दो किस्तों में मिलेगी नंदा गौरा योजना की धनराशि, जन्म के समय 21000 और 12वीं उत्तीर्ण करने पर 30,000 रुपये
नंदा गौरा योजना की धनराशि अब लाभार्थियों को महज दो किस्तों में मिल जाएगी। पहले यह धनराशि सात किस्तों में दी जाती थी। गुरुवार को आदेश जारी हुए हैं कि अब यह दो किश्तों में दी जाएगी।
हल्द्वानी, जेएनएन : नंदा गौरा योजना की धनराशि अब लाभार्थियों को महज दो किस्तों में मिल जाएगी। पहले यह धनराशि सात किस्तों में दी जाती थी। गुरुवार को महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इसके आदेश जारी कर दिए। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग तथा समाज कल्याण विभाग में कन्याओं के लिए संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को एकीकृत कर नंदा गौरा योजना आरंभ की गई थी। इसके अंतर्गत सात अलग-अलग किस्तों में एक परिवार की दो बालिकाओं को योजना का लाभ देकर धनराशि जारी की जाती थी। इसमें प्रथम किस्त कन्या के जन्म के समय पांच हजार रुपये और इसके बाद पांच-पांच हजार रुपये की किस्त 12वीं उत्तीर्ण करने तक दी जाती थी। स्नातक होने पर दस हजार और विवाह के समय 16 हजार रुपये की किस्त दी जाती थी, लेकिन अब यह सभी अलग-अलग किस्तें कन्याओं को दो ही किस्तों में मिल जाएंगी, जिसमें जन्म के समय 21000 और 12वीं उत्तीर्ण करने पर 30,000 रुपये की किस्त मिलेगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट ने बताया कि शासन से आदेश प्राप्त हो गया है। अब जो नए आवेदक होंगे, उन्हें दो किस्तों में योजना का लाभ मिलेगा।
क्या है योजना : नंदा गौरा कन्या धन योजना के तहत उत्तराखंड सरकार समाज के निचले तबके के बच्चियों को आर्थिक सहायता प्रदान करती हैं। नंदा गौरा कन्या धन योजना में कन्या के जन्म से लेकर पढ़ाई व विवाह तक की आर्थिक मदद दी जाती हैं। कुछ समय पहले तक सरकार निचले तबके की बच्चियों को आर्थिक मदद देने के लिए दो योजनाएं चलाती थी। पहली योजना महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के द्वारा चलाई जाती थी, जिसे नंदा देवी कन्या धन योजना कहा जाता था। दूसरी योजना समाज कल्याण विभाग के द्वारा चलाई जाती थी जिसे गौरा देवी कन्या धन योजना कहा जाता था। इन दोनों योजनाओं के तहत गरीब तबके की बच्चियों को करीबन 90,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती थी। बाद में इन दोनों योजनाओं को एक में विलय कर इस योजना को नंदा गौरा कन्या धन योजना का नाम दिया गया। अब गरीब घर की बच्चियों को जन्म से लेकर पढ़ाई व विवाह तक 51,000 रुपये की आर्थिक धन राशि विभिन्न चरणों में प्रदान की जाती है।
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