खाकी और स्लेटी कमीज के साथ सीने में नेम प्लेट
परिवहन निगम के चालक-परिचालक 15 दिन बाद वर्दी में नजर आएंगे।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: परिवहन निगम के चालक-परिचालक 15 दिन बाद वर्दी में नजर आएंगे। चालकों के लिए खाकी रंग की कमीज-पेंट और परिचालकों के लिए स्लेटी रंग की वर्दी के निर्देश मुख्यालय से जारी किए गए हैं। बकायदा सौ रुपये प्रतिमाह वर्दी भत्ता भी मिलेगा। विशेष और संविदा के तहत नियुक्त चालकों की ओर से लंबे समय से ड्रेस कोड की मांग की जा रही थी। जिसके बाद परिवहन निगम ने बकायदा कमेटी का गठन किया था। कमेटी सदस्यों की सहमति के बाद वर्दी तय की गई। जिसके मुताबिक चालक-परिचालक को खाकी व स्लेटी रंग की टोपी-पगड़ी पहनने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा सीने के बांई ओर लगी नेमप्लेट में नाम के साथ कर्मचारी कोड भी अंकित होगा। वर्दी तैयार करवाने को 15 दिन का समय दिया गया है। रोडवेज अधिकारियों को आदेश की समीक्षा करने के लिए सड़क पर चेकिंग अभियान चलाने को कहा गया है। केंद्र प्रभारी की ड्यूटी तय रूट पर जाने से पहले केंद्र प्रभारी को चालक-परिचालक की वर्दी चेक करनी होगी। नियम का उल्लंघन करने वाले कर्मचारी पर 100 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी डिपो के केंद्र प्रभारी को दी गई है। वर्दी तैयार कराने को 15 दिन का समय आरएम यशपाल सिंह ने कहा कि मुख्यालय के आदेश पर ड्रेस कोड लागू किया गया है। वर्दी तैयार करवाने के लिए 15 दिन का समय दिया जाएगा। उसके बाद कार्रवाई होगी। कार्य बहिष्कार ने थामे 35 बसों के पहिए हल्द्वानी : रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के कार्य बहिष्कार के चलते मंगलवार को परिवहन निगम की 35 बसों का संचालन ठप रहा। सबसे ज्यादा परेशानी दिल्ली, नैनीताल और बरेली रूट पर रही। जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ा। माह के प्रथम सप्ताह में वेतन देने, विशेष श्रेणी कर्मियों का न्यूनतम वेतन 18000 करने समेत आठ मांगों को लेकर रोडवेज संयुक्त कर्मचारी परिषद से जुड़े निगम कर्मचारी सोमवार को कार्य बहिष्कार पर उतर आए। डिपो में आने के बावजूद कर्मचारियों ने काम नहीं किया। इसका ज्यादा असर काठगोदाम डिपो में देखने को मिला। इस डिपो की करीब 27 बसें चालक-परिचालक न होने की वजह से रूट पर नहीं गई। जबकि हल्द्वानी डिपो की आठ बसें वर्कशॉप में खड़ी रह गई। हल्द्वानी डिपो द्वारा कार्य बहिष्कार के चलते एक दिन पूर्व ही अतिरिक्त चालकों को ड्यूटी पर लगा दिया गया था। परिषद के काठगोदाम डिपो के शाखा मंत्री आन सिंह जीना ने बताया कि देर शाम निगम प्रबंधक के साथ वार्ता के बाद एक माह के भीतर मांगें पूरी होने का आश्वासन मिलने पर कार्य बहिष्कार स्थगित कर दिया गया। काठगोदाम डिपो बेपरवाह, हल्द्वानी सक्रिय कार्य बहिष्कार की पूर्व सूचना के बावजूद काठगोदाम डिपो द्वारा बसों के संचालन को लेकर व्यवस्था नहीं बनाई गई। जिसके चलते डिपो की ज्यादा बसें प्रभावित हुई। वहीं, हल्द्वानी डिपो के एआरएम वीके सैनी ने सुबह और दोपहर के वक्त खुद रोडवेज स्टेशन पहुंच संचालन व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
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