सरकारी पैसे से स्पेशलिस्ट बने 7 डाक्टरों ने नौकरी से मुंह फेरा, सीएमओ के नोटिस की अनदेखी; जुर्माने का भी नहीं डर
नैनीताल में सरकारी खर्च पर स्पेशलिस्ट बने सात डॉक्टरों ने नौकरी से इनकार कर दिया है जिसमें रेडियोलॉजिस्ट और स्त्री रोग विशेषज्ञ शामिल हैं। स्वास्थ्य व ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। राज्य सरकार ने डाक्टरों को कम खर्च पर स्पेशलिस्ट डाक्टर बनाया। इसके पीछे उद्देश्य था कि पढ़ाई पूरी करने के बाद डाक्टर तीन वर्ष दूरस्थ क्षेत्रों में सेवा देंगे। दुर्भाग्य है कि डिग्री पूरी होने के बाद डाक्टर सिस्टम को ही ठेंगा दिखा देते हैं। यह स्थिति आम हो गई है।
एक डाक्टर ने फोन उठाना किया बंद
जिले में सात ऐसे बांडधारी डाक्टर हैं, जिन्हें महानिदेशालय स्तर पर तैनाती मिली थी। इन डाक्टरों ने ज्वाइन नहीं किया। इनसे कई बार संपर्क भी किया गया है। इसके बावजूद सुनने को तैयार नहीं है। अब नियमानुसार नोटिस भेजर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। -डा. हरीश चंद्र पंत, सीएमओ नैनीताल

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