Updated: Fri, 30 May 2025 04:57 PM (IST)
रामनगर के गौजानी में एक विवादास्पद जमीन पर शव दफनाने को लेकर हंगामा हुआ। दोनों पक्ष उत्तेजित थे और पुलिस प्रशासन पर आरोप लगा रहे थे। भाजपा नेता मदन जोशी ने अधिकारियों से निष्पक्ष रहने का आग्रह किया। जमीन के विवाद की जांच चल रही है और तब तक कब्र बनाने पर रोक लगाने की मांग की गई है।
जासं, रामनगर। गौजानी में विवादास्पद जमीन पर शव दफनाने व उसके विरोध में दोनों पक्ष बार-बार उत्तेजित होते रहे। आक्रोशित लोगों को फटकार भी लगाई और उन्हें समझाया भी गया। एक बार तो टकराव से बचने के लिए भीड़ को बलपूर्वक हटाने तक की नौबत आ गई। लेकिन पुलिस प्रशासन के अफसरों ने संयम से काम लेना ही उचित समझा।
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सुबह दोनों पक्षों के बीच तनातनी के बाद लोगों का गुस्सा पुलिस प्रशासन के अफसरों पर भी निकला। दोनों पक्ष पुलिस प्रशासन पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे थे। इस बीच मिलीभगत का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता मदन जोशी अफसरों से भिड़ गए। उनका कहना था कि दबाव के बजाए निष्पक्ष होकर लोगों की परेशानी को समझा जाए। वहीं दूसरे पक्ष से भी अफसरों पर दबाव में काम करने का आरोप लगा।
दोनों पक्ष कब्र के लिए खोदे गए गड्ढे के समीप बैठ गए। ऐसे में एक-दूसरे के नजदीक होने पर टकराव की आशंका को लेकर पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही थी। लेकिन पुलिस प्रशासन के अफसर संयम दिखाते हुए दोनों पक्षों के लोगों को समझाते रहे। इस दौरान अफसरों ने कई बार सख्त रुख भी दिखाया।
यह भूमि विवादित है। यह कब्रिस्तान की जमीन नहीं है। यह जमीन जय बल्लभ के नाम थी। धोखे से कब्रिस्तान के नाम पर की गई है। विवादित जमीन का मामला जांच के लिए शासन को भेजा गया है। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक उस जगह पर कब्र नहीं बननी चाहिए। वहां पर हिंदू परिवार काफी समय से रह रहे हैं। यह जमीन स्कूल के बच्चों के खेलकूद गतिविधि के लिए भी थी। - मदन जोशी, पूर्व मंडल अध्यक्ष भाजपा रामनगर
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