उत्तराखंड में 15 दिन में मानसून की दस्तक, लेकिन सड़क की सुरक्षा में लगेंगे तीन माह
Nainital News गौलापार-चोरगलिया मार्ग पर पिछले साल आई आपदा से क्षतिग्रस्त सड़क की सुरक्षा के लिए लोनिवि 1.80 करोड़ रुपये की लागत से सुरक्षा दीवार बनाएगा। सिंचाई विभाग को बजट न मिलने के कारण लोनिवि आपदा कोष से यह कार्य करेगा। मानसून से पहले कार्य पूरा होने की संभावना कम है जिससे सड़क की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी । पिछले वर्ष सितंबर में आई आपदा के दौरान गौलापार-चोरगलिया मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ था। इस जगह पर लोक निर्माण विभाग सड़क चौड़ीकरण का कार्य कर रहा है। वहीं, गौला के बहाव से सड़क को बचाने के लिए सिंचाई विभाग को बाढ़ सुरक्षा कार्य करना था, लेकिन इसके लिए अब तक शासन से बजट नहीं मिला। ऐसे में अब लोनिवि यहां सुरक्षा कार्य करने जा रहा है।
इसके लिए आपदा मद से एक करोड़ 80 लाख के बजट की मांग के साथ टेंडर भी जारी किए हैं। मगर सवाल यह है कि 15 दिन में मानसून सीजन शुरू होेने की संभावना है। ऐसे में यदि लोनिवि कार्य शुरू करता है, तो तीन माह तक पूरा होगा। ऐसे में सड़क के टिके रहने को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
लोक निर्माण विभाग चोरगलिया क्षतिग्रस्त मार्ग पर 1.48 करोड़ से सड़क बना रहा है। ऐसे में रेलवे क्रासिंग से लेकर गौलापुल क्षतिग्रस्त मार्ग तक 10 मीटर सड़क चौड़ी हो जाएगी। इससे गौलापार, चोरगलिया, सितारगंज आदि जगह जाने के लिए लोगों को काफी राहत मिलेगी। वहीं गौला नदी के कटाव से बचाने के लिए सिंचाई विभाग ने सुरक्षा दीवार नहीं बनाई है। अगर गौला नदी में रिटेनिंग वाल नहीं बनी, तो पिछली बार की तरह बहाव तेज होने पर सड़क का और बड़ा हिस्सा आ सकता हैं।
जबकि इस बार गाैला में भयंकर बहाव आने का आकलन है। ऐसे में गौला नदी में सड़क सुरक्षा कार्य नहीं हुआ, तो लोनिवि की नई सड़क को भी नुकसान होने का खतरा है। इधर, सिंचाई विभाग ने गौला में सड़क सुरक्षा कार्य के लिए शासन से 29 करोड़ की मांग की हैं, लेकिन विभाग को अब तक बजट नहीं मिला। मानसून नजदीक होने से सड़क पर खतरा बढ़ रहा है। इसकाे देखते हुए लोक निर्माण विभाग सड़क सुरक्षा कार्य करने जा रहा है।
लोनिवि गौला नदी से क्षतिग्रस्त मार्ग तक 120 मीटर लंबी रिटेनिंग वाल बनने जा रहा हैं। जो गौला की सतह से करीब 12 मीटर ऊंची होगी। इससे कुछ हद तक कटाव रोकने में मदद मिलेगी। लेकिन आपदा मद से बजट स्वीकृत होने से लेकर टेंडर पूरा होने में थोड़ा समय लगेगा। वहीं अधिकारियों के मुताबिक कार्य पूरा होने में करीब तीन माह लगेगा। उससे पहले ही मानसून शुरू हो जाएगी। ऐसे में यह सुरक्षा कार्य केवल खानापूर्ति है।
गौला से सड़क सुरक्षा करने के लिए विभाग रिटेनिंग वाल बनाने जा रहा है। इसके लिए 1.80 करोड़ के बजट की मांग आपदा मद से की है। स्वीकृति की प्रत्याशा में टेंडर भी निकाले है। सुरक्षा कार्य पूरा होने में करीब तीन माह का समय लगेगा। ऐसे में मानसून तक गौला में मलबा डाकर कुछ हद तक कटाव को रोका जा सकेगा। - प्रत्यूष कुमार, अधिशासी अभियंता, लोनिवि
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