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    Nainital Mall Road: लीपापोती नहीं आई काम, नैनीताल की मालरोड पर मंडराया खतरा!

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 06:39 PM (IST)

    Nainital Mall Road नैनीताल की माल रोड का स्थाई ट्रीटमेंट न होने से सड़क क्षतिग्रस्त हो रही है। लीपापोती के बावजूद सड़क में धंसाव हुआ है। लोनिवि ने दरार को कंक्रीट से भरा है लेकिन सुरक्षा दीवारें खोखली हैं। स्थाई ट्रीटमेंट के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और 22 सितंबर से काम शुरू होने की संभावना है।

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    लोनिवि फौरी राहत के तौर पर दरारों में कोलतार की लीपापोती करती रही। Jagran

    जागरण संवाददाता, नैनीताल। शहर की मालरोड को बीते आठ सालों से स्थाई ट्रीटमेंट नहीं मिलने का तो यही हश्र होना था। क्षतिग्रस्त हो रही सड़क में कभी आईआईटी रुड़की तो कभी अन्य टीएचडीसी के विशेषज्ञ अध्ययन करते रहे। सड़क पर पड़ रही दरारें चेतावनी देती रही, मगर लोनिवि फौरी राहत के तौर पर दरारों में कोलतार की लीपापोती करती रही।

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    नतीजतन लीपापोती भी काम नहीं आई और सड़क में करीब आधा फीट का धंसाव हो गया। तीन इंच चौड़ी दरार उभरने से अब सड़क के पूर्व की तरह दरकने का डर सताने लगा है। हालांकि लोनिवि ने दरार को फिर कंक्रीट से पाट दिया है, मगर सड़क की सुरक्षा दीवार खोखली होने के कारण इसके कभी भी धंसने की आशंका बनी हुई है।

    बता दे कि 2018 में लोअर मालरोड का करीब 25 मीटर हिस्सा दरक कर झील में समा गया था। करीब एक माह तक सड़क में यातायात बंद कर जियो बैग की अस्थाई दीवार लगाकर सड़क में यातायात सुचारु करवाया गया। जिसके बाद सड़क के स्थाई ट्रीटमेंट के लिए कभी स्थानीय स्तर पर तो कभी आईआईटी रुड़की व टीएचडीसी के विशेषज्ञों ने अध्ययन किये। इन अध्ययनों में ही करीब चार साल गुजर गए।

    2022 में लोनिवि ने पूर्व में क्षतिग्रस्त सड़क के स्थाई ट्रीटमेंट का प्रोजेक्ट तैयार किया। 2023 में 3.48 करोड़ के प्राेजेक्ट को सहमति देते हुए शासन ने बजट भी जारी कर दिया। लोनिवि ने कार्य के लिए आठ बार टेंडर आमंत्रित किये तो भी ठेकेदार नहीं मिला। 9वीं बार इस वर्ष टेंडर प्रक्रिया पूरी हो सकी। विभागीय स्तर पर ठेकेदार से अनुबंध भी हुआ, मगर पर्यटन सीजन के दौरान सड़क बंद रखने का रोड़ा सामने आ खड़ा हुआ। पर्यटन सीजन निपटा तो मानसून में झील का जलस्तर बढ़ने से कार्य शुरू नहीं हो पाया।

    नतीजतन पूर्व में धंसे हुए हिस्से के ठीक बगल में धंसाव होने लगा। बीते दिनों लोनिवि ने डामर व रेत भरकर दरारों को पाट दिया, मगर लोनिवि का यह जुगाड़ काम नहीं आया। रविवार को सड़क के करीब दस मीटर हिस्से में करीब आधा फीट का धंसाव हो गया। जिससे बड़ी दरार उभर आई है। सूचना के बाद पहुंचे लोनिवि कर्मियों ने दरार को कंक्रीट से पाट दिया है। लोनिवि अधिशासी अभियंता रत्नेश कुमार सक्सेना ने बताया कि धंसे हुए क्षेत्र में कंक्रीट का भरान करने की तैयारी की जा रही है।

    खोखली हो रही सड़क की सुरक्षा दीवारें

    अंग्रेजों के समय निर्मित लोअर मालरोड में ब्रिटिशकाल के दौरान पैदल ही चलने की व्यवस्था थी। अंग्रेजों के तांगे व रिक्शे अपर मालरोड से होकर ही तल्लीताल व मल्लीताल की ओर जाते थे। आजादी के बाद इस व्यवस्था में बदलाव आया तो पुरानी रोड को ही सड़क के परिवर्तित कर दिया गया।

    पूर्व में वाहनों के कम दबाव तक तो ठीक था, मगर लगातार बढ़ रही पर्यटन गतिविधियों के चलते मालरोड में वाहनों का दबाव कई गुना बढ़ गया है। वहीं वर्षों पुरानी झील से लगी सड़क की सुरक्षा दीवारें खोखली हो रही है। बीते वर्ष लोनिवि ने सर्वे कर क्षतिग्रस्त दीवारों को चिह्नित किया था। जिनकों उपचार की दरकार है।

    22 सितंबर से शुरू करेंगे स्थाई ट्रीटमेंट

    पर्यटन सीजन निपटने के बाद मानसून में झील का जलस्तर बढ़ने के कारण लोनिवि अगले वर्ष ही जलस्तर कम होने के बाद ही स्थाई ट्रीटमेंट शुरू करने की योजना बना रहा था। मगर सड़क पर धंसाव होने से विभागीय अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है।

    सड़क पर पड़ी दरारों को तो कंक्रीट से पाट दिया गया है, मगर अधिकारियों को सड़क के धंसने का डर सता रहा है। जिसे देखते हुए अब 22 सितंबर से स्थाई ट्रीटमेंट शुरू करने की बात कही जा रही है। रत्नेश कुमार सक्सेना ने बताया कि फिलहाल माइक्रो पाइलिंग व अन्य कार्य शुरू करवा दिये जायेंगे। झील का जलस्तर कम होने के बाद सुरक्षा दीवार का कार्य किया जाएगा।