नैनीताल से दस माह में 88 बालिकाएं हुई लापता, 75 की हुई बरामदगी
नैनीताल जिले में दस महीने में 125 बच्चे गुमशुदा हुए, जिनमें से पुलिस ने 108 नाबालिगों को ढूंढकर उनके परिवारों को लौटा दिया है। अभी भी 17 बच्चे लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही इन बच्चों को भी उनके परिवार से मिला देंगे।

रामनगर, बनभूलपुरा व हल्द्वानी से सबसे ज्यादा बालिकाएं हुई गुम। जागरण
चयन राजपूत, हल्द्वानी। इंटरनेट मीडिया का बालिकाओं पर बुरा असर पड़ रहा है। ऐसे कई मामले हैं जहां बालिकाएं इंटरनेट मीडिया में युवकों से दोस्ती कर उनके साथ फरार हो जाती हैं। बाद में स्वजन की ओर से गुमशुदगी दर्ज करवाई जाती है। जिसके बाद पुलिस बालिकाओं को विभिन्न राज्यों से बरामद कर उनके माता पिता से सकुशल मिलाती है।
हाल ही में हुई घटना की बात करें तो अल्मोड़ा से दो नाबालिग बालिकाएं नैनीताल में युवकों से मिलने पहुंच गई। उनकी भी एक साल पहले इंस्टाग्राम में दोनों युवकों से बातचीत हुई थी।दोनों बालिकाएं 11 नवंबर को स्कूल जाने के लिए घर से निकलीं। लेकिन स्कूल जाने के बजाए नैनीताल के होटल में युवकों से मिलने पहुंच गई। जहां चारों एक ही कमरे में रुके, हालांकि मामले में एक नाबालिग व एक 19 साल के युवक पर पाक्सो एक्ट दर्ज कर दिया गया है।
नैनीताल जिले के पुलिस आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा नाबालिग बालिकाएं बनभूलपुरा, हल्द्वानी व रामनगर से गुम हुईं हैं। इस साल 10 माह में बनभूलपुरा से 19, हल्द्वानी से 18, रामनगर से 16 व लालकुआं में 10 बालिकाएं गुम हुईं है। जबकि जिले में कुल 88 बालिकाएं गुम हुईं, जिसमें पुलिस ने 75 बालिकाओं को बरामद कर स्वजन के सुपुर्द किया है।
वहीं 13 बालिकाएं अभी भी गुम चल रही हैं।कई मामलों में ह्यूमन ट्रैफिकिंग भी देखने को मिलती है। जिसमें काफी देर में बालिकाएं बरामद हो पाती हैं। बालिकाओं के मुकाबले बालकों के गुम होने की संख्या 37 है, जिसमें से पुलिस ने 33 बालकों को स्वजन से मिला दिया है।
गुमशुदा बालक-बालिकाओं के थानावार संख्या
| थाना | गुमशुदा बालक | गुमशुदा बालिकाएं | बरामद बालक | बरामद बालिकाएं |
| मल्लीताल | 00 | 03 | 00 | 03 |
| तल्लीताल - | 01 | 00 | 01 | 00 |
| भवाली - | 00 | 01 | 00 | 01 |
| भीमताल - | 02 | 05 | 02 | 05 |
| मुक्तेश्वर - | 01 | 00 | 01 | 00 |
बेतालघाट - | 00 | 01 | 00 | 01 |
कालाढूंगी - | 00 | 02 | 00 | 01 |
रामनगर - | 07 | 16 | 05 | 08 |
लालकुआं - | 04 | 10 | 04 | 09 |
हल्द्वानी - | 06 | 18 | 06 | 17 |
काठगोदाम - | 02 | 01 | 02 | 01 |
चोरगलिया | 02 | 02 | 02 | 02 |
मुखानी - | 03 | 10 | 03 | 10 |
बनभूलुपुरा | 09 | 19 | 07 | 17 |
| योग | 37 | 88 | 33 | 75 |
जिले में 10 माह में 125 बालक-बालिकाओं की गुमशुदगी दर्ज की गई थी। जिसमें पुलिस ने बेहतर कार्य करके 108 नाबालिगों को उनके परिवार वालों के सुपुर्द कर दिया है। बाकि शेष 17 नाबालिग गुमशुदा हैं। जिन्हें हम जल्द उनके परिवार वालों से मिला देंगे।
- डा. मंजूनाथ टीसी, एसएसपी।

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