बालिका विद्यालय का जीआइसी में विलय स्वीकार नहीं, राजपुरा के लोगों ने किया विरोध
राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजपुरा का राजकीय इंटर कॉलेज में विलय से पहले ही विरोध शुरू हो गया है।
हल्द्वानी, जेएनएन : राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजपुरा का राजकीय इंटर कॉलेज में विलय से पहले ही विरोध शुरू हो गया है। अभिभावकों का तर्क है स्कूल का विलय होने से छात्राओं को परेशानी होगी। लिहाजा वह किसी कीमत पर विलय स्वीकार नहीं करेंगे।
विभाग ने एक परिसर में चलने वाले विद्यालयों को एक साथ विलय करने का फैसला लिया है। राजकीय कन्या हाईस्कूल राजपुरा के अभिभावकों को शनिवार को जैसे ही इसकी भनक लगी तो वह विद्यालय धमक गए। अभिभावक संघ अध्यक्ष असगर अली ने कहा सरकार बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कह रही है और बालिकाओं के विद्यालय को शिफ्ट किया जा रहा है। हरीश सिनोली ने कहा कि 150 से अधिक छात्र संख्या वाले विद्यालय का विलय करना गलत है। इस दौरान पार्षद मुन्नी कश्यप, महेश चंद्र, राधा आर्या, ध्रुव कश्यप, पार्वती देवी, भगवती, अनीता देवी, पूनम देवी, शांति देवी, नारायण, अनीता देवी, हरेंद्र कुमार, मीरा देवी, सरोज, मंजू, प्रेमवती, संध्या आदि शामिल रहे।
अभिभावकों ने सुझाया विकल्प
परिसर में एक प्राथमिक विद्यालय भी है। अभिभावकों ने कहा कि कन्या हाईस्कूल को जीजीआइसी में तब्दील करना चाहिए। प्राथमिक स्कूल जीजीआइसी में विलय हो। प्राथमिक के छात्र जीआइसी में जाएं व छात्राओं को जीजीआइसी में भेजना चाहिए।
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