पिथौरागढ़ में गुलदार ने युवक और महिला पर किया हमला, महिला की हालत गंभीर, युवक ने भिड़कर बचाई जान
पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय के नजदीकी पौण गांव में कुछ माह शांत रहने के बाद गुलदार फिर सक्रिय हो गया है। शुक्रवार रात गुलदार ने गांव की एक महिला व युवक पर हमला कर दिया। युवक गुलदार से भिड़कर अपनी जान बचाने में कामयाब रहा।

पिथौरागढ़, संवाद सहयोगी : पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय के नजदीकी पौण गांव में कुछ माह शांत रहने के बाद गुलदार फिर सक्रिय हो गया है। शुक्रवार रात गुलदार ने गांव की एक महिला व युवक पर हमला कर दिया। युवक गुलदार से भिड़कर अपनी जान बचाने में कामयाब रहा। वहीं, महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है। एकाएक गुलदार के हमले की दो घटनाओं से क्षेत्र में दहशत फैल गई है। वन विभाग ने गुलदार को पकडऩे के लिए पिंजरा लगा दिया है।
बीती शुक्रवार की रात्रि पौण गांव में गुलदार के हमले की दो घटनाएं अलग-अलग समय में हुईं। पौण गांव के तोक कोट में बीती रात्रि करीब साढ़े 11 बजे 28 वर्षीय पिंकी वल्दिया, पत्नी राजेंद्र सिंह वल्दिया लघुशंका के लिए घर से बाहर आई। इस दौरान घात लगाकर बैठे गुलदार ने महिला पर हमला बोल दिया। महिला के चीख-पुकार सुनकर स्वजन बाहर आए। इससे गुलदार महिला को छोड़कर वहां से भाग गया। गुलदार ने महिला के हाथ, चेहरे व गले में अपने पंजे गड़ दिए। महिला की हालत को देखते हुए ग्रामीणों ने तत्काल उसे जिला चिकित्सालय पहुंचाया।
इसी बीच शुक्रवार देर रात्रि करीब डेढ़ बजे गांव के ही दूसरे छोर नौघर में 25 वर्षीय ललित वल्दिया भी लघुशंका के लिए घर से बाहर आया। तभी पहले से ही घात लगाकर बैठे गुलदार ने उस पर झपटा मार दिया। युवक ने किसी तरह से हिम्मत दिखाते हुए गुलदार को खदेड़ दिया। युवक के हल्ला मचाने पर स्वजन बाहर निकले। लोगों को अपनी ओर आता देख गुलदार भाग गया। गुलदार के हमले में युवक के बाएं हाथ, माथे व नाक में चोट आई है। युवक को प्राथमिक उपचार देने के बाद घर भेज दिया गया है। वहीं, गंभीर रू प से घायल महिला का उपचार किया जा रहा है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि महिपाल वल्दिया ने शनिवार को वन विभाग को इसकी सूचना दी। उन्होंने विभाग से गुलदार को शीघ्र पकडऩे और घायलों को उचित मुआवजा देने की मांग की।
वन क्षेत्राधिकारी दिनेश चंद्र जोशी ने बताया कि पौण गांव में गुलदार के हमले में दो लोगों के घायल होने की सूचना मिली है। गुलदार को पकडऩे के लिए गांव में पिंजरा लगा दिया गया है। विभागीय कर्मियों द्वारा गश्त भी की जा रही है। अभी तक क्षेत्र में गुलदार की कोई मूवमेंट नजर नहीं आई है। ग्रामीणों को सर्तक रहने को कहा गया है।
आठ माह पहले दो लोगों को बनाया था निवाला
पौण क्षेत्र में गुलदार पहले भी लोगों पर हमला कर चुका है। विगत वर्ष सितंबर माह में गुलदार ने पौण-सकौली क्षेत्र में एक मनोरोगी को अपना शिकार बनाया था। अगले ही माह अक्टूबर में गुलदार ने पौण में ही एक नेपाली 8 वर्षीय बालक पर भी हमला किया था। जिसकी बाद में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद गुलदार को आदमखोर घोषित किया गया। जिसके बाद शिकारियों ने पौण गांव के खेल मैदान में उसे ढेर कर दिया। इसके अलावा पौण गांव के ही निकटवर्ती गांव में भी बीते वर्ष गुलदार दो महिलाओं को अपना निवाला बना चुका है। इस बीच क्षेत्र में गुलदार के हमलों की दो घटनाओं से पौण समेत पपदेव, बड़ोली, हुड़ेती, सुकौली क्षेत्र में भी दहशत फैल गई है।

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