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मानसरोवर यात्रा के शुल्क को लेकर तस्वीर साफ, यात्रा का पहला दल आठ जून को पहुंचेगा दिल्ली

कैलास मानसरोवर यात्रा की तैयारियां तेज हो गई हैं। कुमाऊं मंडल विकास निगम ने यात्रा शुल्क में इस बार बढ़ोतरी नहीं की है। यात्रा का पहला दल आठ जून को दिल्ली आएगा।

By Edited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 06:00 AM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 09:40 AM (IST)
मानसरोवर यात्रा के शुल्क को लेकर तस्वीर साफ, यात्रा का पहला दल आठ जून को पहुंचेगा दिल्ली
मानसरोवर यात्रा के शुल्क को लेकर तस्वीर साफ, यात्रा का पहला दल आठ जून को पहुंचेगा दिल्ली

नैनीताल, जेएनएन : कैलास मानसरोवर यात्रा की तैयारियां तेज हो गई हैं। कुमाऊं मंडल विकास निगम ने यात्रा शुल्क में इस बार बढ़ोतरी नहीं की है। यात्रा का पहला दल आठ जून को दिल्ली आएगा। वहां स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद दल 12 जून को काठगोदाम फिर अल्मोड़ा पहुंचेगा।
मंडलीय साहसिक पर्यटन प्रभारी गिरधर सिंह मनराल के अनुसार यात्रा के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि नौ मई है। कैलास मानसरोवर यात्रा के 18 दलों में 1080 यात्री जाएंगे। प्रत्येक दल में अधिकतम 60 यात्री रहेंगे। केएमवीएन ने अब यात्रा शुल्क को लेकर भी तस्वीर साफ कर दी है। केएमवीएन की ओर से जारी पत्रक के अनुसार, लिपुलेख मार्ग से यात्रा के पंजीकरण के लिए पांच हजार और यात्रा कन्फर्म होने के बाद 30 हजार शुल्क जमा करना होगा। दिल्ली में हार्ट एंड लंग इंस्टीट्यूट में जांच के लिए 3100, स्ट्रेस ईको जांच के ढाई हजार तथा चीन का वीजा शुल्क 2400 रुपये नकद लिया जाएगा। इसके अलावा भारतीय सीमा के भीतर आने के लिए कुली प्रभार 12 हजार 189, टट्टू व टट्टू चालक को देय 18021 रुपये तथा सामूहिक क्रियाकलाप के लिए चार हजार देय होगा। तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में ठहरने पर 850 डॉलर, चीन सीमा में आने-जाने के लिए कुली सीमा में 990 डॉलर तथा चीन सीमा में टट्टू को 2370 रुपये देय होगी।

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नाबीगांव में करेंगे होम स्टे
कैलास यात्रा दल में शामिल यात्रियों को उच्च हिमालयी क्षेत्र के नाबीगांव में होम स्टे कराया जाएगा। अल्मोड़ा में 62, धारचूला में 54, बूंदी में 80, गूंजी में 145, नाबीगांव में 60, कालापानी में 75, नाभीढांग में 70 लोगों के लिए इंतजाम होंगे। दिल्ली से लीपूपास की दूरी 632 किमी, नजंग से लीपूपास की दूरी 63 किमी, तिब्बत क्षेत्र में मोटरेबल रोड साइड 299 किमी, कैलास परिक्रमा 39 किमी है।
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