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    आखिर क्‍यों? उत्‍तराखंड में सड़कों पर उतरने वाली है करणी सेना, इस मामले को लेकर दी सीएम धामी को दी चेतावनी

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 05:08 PM (IST)

    देहरादून में एक नेटवर्किंग कंपनी द्वारा युवतियों को बंधक बनाने के संदेह पर करणी सेना ने मोर्चा खोला है। आरोप है कि कंपनी नौकरी का लालच देकर लड़कियों को फंसा रही है। मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया है और कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है। पीड़िता के आरोपों के बाद गांवों में चिंता है। भाजपा नेताओं ने मामले की जांच की मांग की है।

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    मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की गई। प्रतीकात्‍मक

    संवाद सूत्र, जागरण गरमपानी । नेटवर्किंग कंपनी में नौकरी के नाम पर गांव की सीधी-साधी लड़कियों को फंसाकर उनसे दुर्व्यवहार व बंधक बनाने समेत गलत कार्य की ओर धकेलने का मामला तूल पकड़ गया है। चोरगलिया की युवती के खुलकर सामने आने व पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से न्याय की गुहार लगाए जाने के बाद अब करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष सूरज चौधरी ने भी मोर्चा खोल दिया है।

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    आरोप लगाया कि प्रदेश के कई जनपदों की सैकड़ों लड़कियां नेटवर्किंग कंपनी के जंजाल में फंसी हुई हैं। हल्द्वानी, रामनगर, नैनीताल, अल्मोड़ा, रानीखेत समेत तमाम क्षेत्रों में नेटवर्किंग कंपनी के एजेंट सक्रिय हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री धामी को ज्ञापन भेज कार्रवाई की मांग उठाई है। जल्द ही मामले का खुलासा न होने पर प्रदेशभर में आंदोलन छेड़ देने की चेतावनी दे डाली है।

    अब मामले से मचा हड़कंप

    देहरादून में संचालित नेटवर्किंग कंपनी में नौकरी व आकर्षक वेतन के झांसे में आईं तल्ला आमखेड़ा, चोरगलिया निवासी नीलम के तमाम गंभीर आरोपों व देहरादून में पुलिस को तहरीर सौंपे जाने के बाद अब मामले से हड़कंप मच गया है। छोटी बहन को बचाकर लौटी सिमरन ने पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर भी मामले में कार्रवाई की मांग उठाई है।

    सिमरन की मानें तो पहाड़ की भोली भाली बेटियों को बीस हजार रुपये तनख्वाह व सुविधाएं उपलब्ध कराने के नाम पर बंधक बना लिया जाता है। लूटपाट के साथ ही उन्हें घरों से पैसे मांगने का दबाव भी बनाया जाता है। सताने लगी बेटियों की चिंता सिमरन तथा नीलम जैसी बेटियों की आपबीती सामने आने के बाद अब गांवों के जनप्रतिनिधियों को भी गांव की बेटियों की चिंता सताने लगी है।

    परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ नहीं होने के कारण पढ़ाई की उम्र में घर से दूर रहने वाली बेटियों के ऐसी नेटवर्किंग कंपनी के जाल में फंसने का अंदेशा भी जताया है। भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दिलिप सिंह बोहरा, विरेन्द्र सिंह, फिरोज अहमद, मनीष तिवारी, गजेंद्र सिंह आदि ने मामले के जल्द खुलासे की मांग उठाई है‌। अंदेशा जताया है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो गांवों की अन्य भोली भाली बेटियों की जिंदगी पर भी खतरा बढ़ सकता है।