बाघ-हाथी के साथ अब जिम कॉर्बेट पार्क कराएगा पक्षियों की खूबसूरत दुनिया का दीदार nainital news
पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बाघों के साथ अब जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में बर्ड टूरिज्म की तैयारी है।
रामनगर (नैनीताल) विनोद पपनै : पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बाघों के साथ अब जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में बर्ड टूरिज्म की तैयारी है। इसके लिए पाटकोट, खेड़ा, पवलगढ़, छोटी हल्द्वानी, फतेहपुर में कुल 15 ट्रेल विकसित किए जाएंगे। वन विभाग की योजना सैलानियों को पक्षियों की हंसी दुनिया का दीदार कराना है। इससे पर्यटकों में वृद्धि के साथ ही रोजगार की संभावना भी बढ़ेगी।
पर्यटन को मिलेगा बढावा
योजना पर काम शुरू होते ही रामनगर और हल्द्वानी के आसपास के वन क्षेत्र भी पर्यटन के रूप में अपनी पहचान बना लेंगे। भारतीय उपमहाद्वीप में परिंदों की प्रजाति दो हजार से अधिक है। इनमें से 1300 से अधिक तो भारत मेें ही पायी जाती हैं। इनमें से करीब 700 तो जिम कॉर्बेट पार्क में ही विराजमान हैं। बाहरी वन क्षेत्रों में भी रंग-बिरंगे पक्षियों का खूबसूरत संसार है। इन्हीं के माध्यम से पर्यटकों को लुभाने की तैयारी है।
बनाए जाएंगे 15 ट्रेल
गत छह फ रवरी को वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त हल्द्वानी की ओर से पर्यटकों के लिए अलग-अलग स्थानों पर पक्षियों के दीदार के लिए ट्रेक रूट (ट्रेल) चिह्नित किए गए हैं। इससे स्थानीय युवकों को नेचर गाइड के रूप में रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।
यहां दिखेगी पक्षियों की रंग बिरंगी दुनिया
फतेहपुर रेंज
ट्रेल : 1
बसानी से मशान मंदिर।
ट्रेल : 2
चोसला से हाट नाला।
ट्रेल : 3
तेहपुर रेंज फ तेहपुर से तोल भदेही झरना
देचोरी रेंज
ट्रेल : 4
-क्यारी चौकी से खिचड़ी नदी पहल घाट
ट्रेल : 5
पवलगढ़ से कचार श्रोत गेट सादनी बेंड
ट्रेल : 6
केनाल नहर पवलगढ़ से दबका नदी हथिगलियार
ट्रेल : 7
पवलगढ़ से क्यारी तक
ट्रेल : 8
पनचक्की बन्दरजुड़ा से बाराती रो झरना
कोटा रेंज
ट्रेल : 9
लेटी से बॉगाजाला चोपड़ा गांव तक-
ट्रेल : 10
सीतावनी से चल श्रोत तक
कालाढूंगी रेंज
ट्रेल : 11
छोटी हल्द्वानी, बीर ब्लाक से कार्बेट फ ॉल तक
ट्रेल : 12
कालाढूंगी वन विश्राम भवन से केनाल नहर होते हुए मूसाबंगर
कोसी रेंज
ट्रेल : 13
कुमेरिया कुनखेत से गिरिजा देवी तक
ट्रेल : 14
टेड़ा से जामुनी चौड़ तक
ट्रेल : 15
परेवा से बागाजाला श्रोत तक
इन गांवों की बदल जाएगी सूरत
योजना के अनुसार रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत पवलगढ़, क्यारी, टेड़ा, गिरिजा, चुकुम, मोहान, छोटी हल्द्वानी, बन्दरजूड़ा, हल्द्वानी के अंर्तगत फतेहपुर रेंज जैसे छोटे-छोटे गांवों की दशा बदल जाएगी। फरवरी के पहले सप्ताह में आयोजित बर्ड फेस्टिवल में इन क्षेत्रों में पक्षियों की खास प्रजातियों को चिह्नित भी किया गया था। डॉ. पराग मधुकर धकाते, वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त ने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के बाहरी क्षेत्रों में पक्षी पर्यटन योजना को अंतिम रूप दे दिया गया है। जल्द ही यह धरातल पर उतरेगी। इससे ईको टूरिज्म को बढ़ावा मिलने के साथ ही स्थानीय युवकों के लिए रोजगार का सृजन होगा।
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