नहीं रहे अंतर्राष्ट्रीय बाक्सर कैप्टन धरम चंद, दो एशियाड सहित कई अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में ले चुके हैं हिस्सा
उत्तराखंड के जिले पिथौरागढ़ की बड़ी खेल हस्ती कैप्टन धरम चंद का सोमवार को निधन हो गया। अंतर्राष्ट्रीय बाक्सर चंद के निधन का समाचार मिलते ही जिले के खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई। खिलाडिय़ों के साथ ही तमाम जनप्रतिनिधियों ने उनके निधन पर गहरा दुख जताया है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ की बड़ी खेल हस्ती कैप्टन धरम चंद का सोमवार को निधन हो गया। अंतर्राष्ट्रीय बाक्सर चंद के निधन का समाचार मिलते ही जिले के खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई। खिलाडिय़ों के साथ ही तमाम जनप्रतिनिधियों ने उनके निधन पर गहरा दुख जताया है।
सीमांत जिले के वर्तियाकोट गांव के रहने वाले कै.धरम चंद वर्ष 1972 में सेना में भर्ती हुए। सेना में रहते हुए उन्होंने बाक्सिंग के क्षेत्र में खुद को स्थापित किया। वर्ष 1979 और 1982 में राष्ट्रीय चैम्पियन का खिताब जीता। दो बार उन्होंने एशियाड खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वर्ष 1979, 80, 82 एवं 83 में सर्विस चैम्पियनशिप जीती। बैंकाक में आयोजित किंग्स कप में उन्होंने कास्य पदक जीता। सेना से सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने स्पोट्र्स स्टेडियम में अपनी सेवाएं दी। वर्तमान में जिले की प्रतिभाओं को निखार रहे थे।
उनकी शानदार उपलब्धियों को देखते हुए उन्होंने बाक्सिंग एसोसिएशन का अध्यक्ष और जिला खेल कूद प्रोत्साहन समिति सदस्य भी बनाया गया। उनके निधन पर ओलम्पिक संघ के अध्यक्ष महेंद्र लुंठी, ललित पंत, जिला क्रीड़ाअधिकारी संजीव पौरी, नगर पालिकाध्यक्ष राजेंद्र रावत, उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष शमशेर महर सहित तमाम लोगों ने गहरा दुख जताया है। स्पोट्र्स स्टेडियम में प्रशिक्षण ले रहे खिलाडिय़ों ने शोक सभा का आयोजन कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।