एमबीपीजी कॉलेज के लिए चुनौती बने यूओयू स्टडी सेंटर के विद्यार्थी, संख्या बढ़ने बैठाने की व्यवस्था चरमराई
एमबीपीजी कॉलेज के सामने एक नई चुनौती खड़ी हो गई है। इसका कारण कालेज परिसर में बना उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय का स्टडी सेंटर है। दरअसल इस स्टडी सेंट ...और पढ़ें

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : एमबीपीजी कॉलेज के सामने एक नई चुनौती खड़ी हो गई है। इसका कारण कालेज परिसर में बना उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय का स्टडी सेंटर है। दरअसल, इस स्टडी सेंटर की छात्र संख्या इस बार बढऩे के कारण एमबीपीजी में उनकी पढ़ाई की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। कालेज प्रशासन का कहना है कि इतने अधिक विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था कर पाना मुमकिन नहीं है।
एमबीपीजी कालेज में हर साल 12 हजार से अधिक विद्यार्थी स्नातक और स्नातकोत्तर की कक्षाओं में दाखिला लेते हैं। कालेज के पास सीमित कक्षा कक्ष व सीमित संसाधन होने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार विद्यार्थियों को एक ही कक्षा-कक्ष में बारी-बारी से पढ़ाना पड़ता है।
कालेज परिसर में ही यूओयू का स्टडी सेंटर भी संचालित होता है जिसमें इस बार सात हजार से अधिक विद्यार्थी दाखिला ले चुके हैं। स्टडी सेंटर के विद्यार्थियों की भी पढ़ाई और अन्य काम एमबीपीजी में ही होते हैं। ऐसे में एक साथ इतनी बड़ी छात्रसंख्या के लिए संसाधन कम पडऩे लगे हैं। जिसके चलते एमबीपीजी कालेज प्रशासन ने यूओयू से छात्र संख्या सीमित रखने का अनुरोध किया है। इस संबंध में पत्र भी भेजा गया है।
प्रभारी प्राचार्य एमबीपीजी कालेज डा. बीआर पंत ने बताया कि यूओयू के स्टडी सेंटर की छात्रसंख्या अधिक है। वहीं, हमारे कालेज की छात्रसंख्या में भी अधिक है। ऐसे में इतने छात्रों के लिए एकसाथ व्यवस्था करना संभव नहीं है। इस संबंध में यूओयू के कुलपति को पत्र लिखा गया है।

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