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    तराई के जंगलों में लहलहा रही असलहों की फसल, यूपी-बिहार, दिल्ली के साथ उत्तराखंड में सप्लाई

    By Skand ShuklaEdited By:
    Updated: Mon, 14 Mar 2022 09:21 AM (IST)

    illegal weapon making factory उत्तराखंड के तराई के जंगलों में अवैध सअलहे की फैक्ट्रियां धड़ल्ले से चल रही हैं। जहां से उत्तराखंड उत्तर प्रदेश बिहार औ ...और पढ़ें

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    illegal weapon making factory: छह साल में 10 से अधिक अवैध असलहा बनाने वाली फैक्ट्रियों का पुलिस कर चुकी पर्दाफाश

    वीरेंद्र भंडारी, रुद्रपुर: illegal weapon making factory: कुमाऊं मंडल के प्रवेश द्वार ऊधम सिंह नगर में अवैध असलहों की फैक्ट्री फल-फूल रही है। यही कारण है कि पहले जहां अपराधिक प्रवृत्ति के लोग उत्तर प्रदेश के रामपुर, मुरादाबाद और मेरठ के साथ ही अन्य राज्यों से तमंचे खरीदकर लाते थे। वहीं अब जिले में ही अपराधियों को सस्ते दरों पर तमंचे मिलने लगे हैं।

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    जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से सटे जंगलों में अवैध तमंचे बनाने की फैक्ट्रियां चल रही हैं। इसका खुलासा जिले में सात साल पहले हुआ। जब रुद्रपुर कोतवाली पुलिस ने बिंदुखेड़ा से सटे जंगल में छापामार कार्रवाई की। इस दौरान पुलिस टीम को जंगल में हथियार बनाने की फैक्ट्री मिली। इसके बाद गदरपुर, रुद्रपुर, सितारगंज, नानकमत्ता और खटीमा के साथ ही रुद्रपुर और हल्द्वानी के बीच टांडा जंगल में भी भारी मात्रा में तैयार तमंचे और अर्द्धनिर्मित तमंचों के साथ ही तमंचे बनाने के उपकरण और कारतूस बरामद हुए।

    इधर, एक बार फिर रविवार को एसओजी और गदरपुर पुलिस ने गदरपुर के आर्यनगर से सटे जंगल में अवैध तमंचे बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर 10 से अधिक अवैध तमंचे और तमंचे बनाने के उपकरण बरामद किए हैं, साथ ही सात लोगों के नाम भी सामने आए हैं। पुलिस अधिकारियों की मानें तो जंगलों में तैयार असलहे उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली के साथ ही अन्य राज्यों में सप्लाई की जा रही है।

    केस-1

    छह जुलाई 2015 को रुद्रपुर कोतवाली पुिलस ने बिंदुखेड़ा के जंगलों में छापा मारा। इस दौरान असलहे बनाने की फैक्ट्री पकड़ी। साथ ही एक युवक को गिरफ्तार किया। मौके से पुलिस ने एक पोनिया बंदूक, तीन तमंचे, कारतूस के साथ ही तमंचे बनाने के उपकरण बरामद किए थे।

    केस-2

    चार अप्रैल 2016 में गदरपुर पुलिस ने ग्राम बकैनिया कलकत्ती से सटे जंगल में तमंचे बनाने की तीन अलग अलग फैक्ट्री पकड़ी थी। तीनों फैक्ट्री से पुलिस ने 12 बोर के छह तमंचे, 315 बोर के तीन तमंचे, दो अर्द्धनिर्मित तमंचे, तमंचों के पुर्जें और रायफल की नाल बरामद की।

    केस-3

    वर्ष, 2017 में नानकमत्ता पुलिस ने नानकमत्ता के जंगल से असलहे बनाने की फैक्ट्री पकड़ी थी। इस दौरान पुलिस ने मौके से चार तमंचे, तीन खराब तमंचे, 50 कारतूस, 13 कारतूस के खाली खोखे और एक अर्द्धनिर्मित तमंचा बरामद किया था।

    केस-4

    वर्ष, 2018 में सितारगंज पुलिस ने जंगलों में दबिश दी थी। इस दौरान तमंचा बनाने की अवैध फैक्ट्री मिली। पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया था। साथ ही मौके से पुलिस ने पांच तमंचे, कारतूस और तमंचे बनाने के उपकरण समेत अन्य सामान बरामद किया था।

    केस-5

    वर्ष, 2019 में नैनीताल पुलिस को सूचना मिली थी कि हल्द्वानी से सटे टांडा जंगल में अवैध असलहे बनाए जा रहे हैं। जिस पर नैनीताल पुलिस ने जंगल में सर्च अभियान चलाकर अवैध असलहों की फैक्ट्री पकड़ी। भारी मात्रा में तैयार और अर्द्धनिर्मित असलहे के साथ ही उपकरण भी बरामए किए थे।

    केस-6

    वर्ष, 2020 में पुलिस और एसटीएफ ने 10 हजार के इनामी बदमाश गुरदीप सिंह उर्फ दीपा को दो साथियों संग नानकमत्ता से गिरफ्तार कर जंगल में असलहे बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। मौके से दो बंदूक, दो तमंचे और 28 बंदूक की नाल तथा असलहा बनाने के उपकरण बरामद कर दिया है।

    केस-7

    वर्ष, 2021 में रुद्रपुर कोतवाली पुलिस ने भदईपुरा स्थित एक घर में छापामार कार्रवाई कर भारी मात्रा में अवैध तमंचे बरामद किए। इस दौरान दो युवकों को भी गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि वह घर में अवैध तमंचे बनाकर सस्ते दामों में बेचते हैं।