हल्द्वानी दैनिक जागरण कार्यालय के पास एचटी लाइन का पोल गिरा, बाल-बाल बचा युवक
दैनिक जागरण कार्यालय के पास हाईटेंशन लाइन जर्जर हाल बिजली का खंभा गुरुवार की दोपहर बाइक सवार पर गिर गया। बाइक के अगले हिस्से पर गिरने से सवार बाल-बाल बचा। उसकी बाइक टूट गई। आसपास के लोगों ने पोल के नींचे फंसे युवक को निकाला।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : रामपुर रोड पर दैनिक जागरण कार्यालय के पास हाईटेंशन लाइन जर्जर हाल बिजली का खंभा गुरुवार की दोपहर बाइक सवार पर गिर गया। बाइक के अगले हिस्से पर गिरने से सवार बाल-बाल बचा। उसकी बाइक टूट गई। आसपास के लोगों ने पोल के नींचे फंसे युवक को निकाला। ऊर्जा निगम ने पोल बदलवाने का काम शुरू करा दिया है।
हादसा दोपहर करीब डेढ़ बजे हुआ। शिव मंदिर के आगे एक बिजली का पोल का निचला हिस्सा काफी समय से गला हुआ था। उससे 11 केवी की हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी। करीब डेढ़ बजे अचानक पोल गिरकर सड़क से गुजर रहे बाइक सवार पर गिर गया। उस समय केशव नाम का एक युवक पंचायत घर से देवलचौड़ की ओर जा रहा था। पोल उसके बाइक के अगले हिस्से पर गिरा तो युवक तारों में फंस गया। इससे आसपास के लोंगो में अफरातफरी मच गई। लोगो ने तारों में फंसे युवक और बाइक को निकाला। बाइक का अगला हिस्सा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया।
ऊर्जा निगम के एसडीओ मोहन राम ने बताया कि पोल टूटते ही टीपीनगर फीडर से रामपुर रोड की लाइन ट्रिप हो गई थी। जिससे लाइन में करंट का प्रवाह बंद हो गया था। पोल गिरने की सूचना मिलते ही ऊर्जा निगम की टीम को मौके पर भेज दिया गया। लाइन और पोल की मरम्मत का काम शुरू करा दिया गया है।
पिछले साल सितंबर में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर हुई थी युवक की मौत
दमुवाढूंगा खाम जवाहर ज्याेति हल्द्वानी निवासी कमल रावत नैनीताल रोड पर एसके नर्सिंग होम में कर्मचारी था। रोज की तरह वह 25 सितंबर की सुबह साइकिल से ड्यूटी के लिए निकला था। नैनीताल रोड पर बृजलाल हॉस्पिटल के पास 1100 केवी का हाईटेंशन तार गिरने से कमल उसकी जद में आ गया। अचानक धू-धू कर वह जलने लगा। इस दौरान वहीं से गुजर रहे ललित नाम के युवक ने उसे जलते देखा तो पास ही पड़ा बांस का डंडा उठाकर उसने उसे बचाने की कोशिश की। लेकित तब तक कमल की जलकर मौत हो चुकी थी। इस दर्दनाक हादसे से जनाक्रोश भड़का था। शासन तक मामले के पहुँचने पर हाईपावर कमेटी गठित कर लापरवाही की जांच कराई गई थी। इसके बाद एसडीओ ओर जेई के साथ चार अफसर और कर्मचारियों की निलंबित कर दिया गया था। जबकि बिजलीं घर के एक कर्मचारी की सेवाएं समाप्त कर दी गईं थी।