Hemp Chutney of Uttarakhand: उत्तराखंड की भांग की चटनी खाएंगे तो चढ़ जाएगा 'स्वाद का नशा'
Hemp Chutney of Uttarakhand उत्तराखंड के कुमाऊं में भांग के बीजों से चटनी बनाने का प्रचलन काफी पुराना है। यहां पर सदियों से इसके बीजों से चटनी नमक सब्जी की तरी व अन्य प्रकार से प्रयोग में लाते है। बता दें कि भांग के बीज में नशा बिल्कुल नहीं होता।
हल्द्वानी ऑनलाइन डेस्क : Hemp Chutney of Uttarakhand भारत खानपान में बहुत ही बिविधता वाला देश है। हर राज्य की बोली-भाषा, पहनावा और खानपान में काफी अंतर पाया जाता है। इसी तरह से खानपान में प्रयोग भी बहुत होता है। जैसे कि भांग की चटनी व नमक।
जी हां, उत्तराखंड में भांग के बीज (Hemp Seeds) की चटनी व नमक जैसे उत्पादों का प्रयोग करने वाला अनोखा राज्य है। भांग के बीज में नशा बिल्कुल नहीं होता है।
यहां यह कई प्रकार के खाद्य पदार्थों में प्रयोग किया जाता है। इसके बीजों से चटनी, सब्जियों का मसाला और तेल बनाए के साथ ही तनों से निकले रेशों से रस्सियां बनाई जाती हैं।
इतना ही नहीं उत्तराखंड की यह पुरानी खाद्य परंपरा की कापी विश्व के कई देशों में हेम्पसीड ऑयल, हेम्पसीड मिल्क, हेम्पसीड प्रोटीन पाउडर जैसे उत्पाद खासे प्रचलन में आ चुके हैं।
भांग के बीज की विशेषता
प्रकृति ने भौगोलिक स्थिति के लिहाज से खाद्यान्न का बंटवारा किया है। गर्म प्रदेश में ठंडी तासीर तो ठंडे प्रदेश में गर्म तासीर वाले पदार्थ उत्पादित होते हैं। यही कारण है कि हिमालयी राज्यों में भांग बहुतायत उगती है। इसकी तासीर गर्म होती है।
भांग के बीज में पोषक तत्व
भांग के बीज में 9 प्रकार के अमीनो एसिड पाए जाते हैं, जो कि हैप्पी हार्मोन को बढ़ाते हैं। 100 ग्राम बीज में 566 कैलोरी ऊर्जा, 38 ग्राम प्रोटीन व 6 ग्राम कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। साथ ही इमसें केलेस्ट्रॉल बिलकुल नहीं पाया जाता। इससे समझा जा सकता है यह कितना गुणकारी है।
चटनी की सामग्री
- 100 ग्राम भांग के बीज
- 2 हरी मिर्च
- 4 छोटे चम्मच नींबू का रस
- 4 छोटे चम्मच हरा धनिया
- 2 चम्मच पिसी पुदीने की पत्ती
- काला नमक स्वादानुसार
- 2 साबुत लाल मिर्च
- एक चम्मच जीरा
ऐसे बनाएं भांग की चटनी
सबसे पहले भांग के बीजाें को साफ कर गर्म तवे पर अच्छे से भून लें। इसके बाद लाल मिर्च व जीरा अलग भूनकर रखें। फिर साबुत लाल मिर्च भून लें। इसके बाद भांग के भुने हुए बीजों को लाल मिर्च और जीरा के साथ अच्छे से पीसें।
अब इसमें पुदीना, धनिया मिर्च और हरी मिर्च को मिलाकर पीस लें। सभी को पीसने के बाद इसमें नमक और नींबू का रस मिलाएं। इसके बाद इसे पकौड़ी या खाने के साथ परोंसे।
पहाड़ में भांग के विभिन्न प्रयोग
वैसे तो उत्तराखंड में भांग के बीज से चटनी व नमक ही मुख्य रूप से बनाए जाते हैं। पर इसे नींबू सना में जरूर प्रयोग करते हैं। नींबू सना सर्दी में खाया जाने वाला काफी प्रसिद्ध खाद्य पदार्थ है।
यह सर्दी को पल भर में दूर कर देता है। इसके साथ ही सब्जी की ग्रेवी, गडे़री, लौकी, साग व आलू की सब्जी में मिलाकर खाया जाता है।
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