पंजाब के प्रभारी हरदा खिलाएंगे मक्के की रोटी, थारू और बंगाली व्यंजन परोसने का भी वादा
भट गहत के डुबकों के साथ पहाड़ी ककड़ी और सना नीबू चखाने वाले पूर्व सीएम हरीश रावत अब सरसों का साग और मक्के की रोटी मय मक्खन और हरी मिर्च के संग खिलाएंगे। इसके बाद हरदा थारू व्यंजन चखना-भात बंगाली भोजन दही-परमल का स्वाद भी याद कराएंगे।
हल्द्वानी, जेएनएन: भट, गहत के डुबकों के साथ पहाड़ी ककड़ी और सना नीबू चखाने वाले पूर्व सीएम हरीश रावत अब सरसों का साग और मक्के की रोटी मय मक्खन और हरी मिर्च के संग खिलाएंगे। फेसबुक के जरिये उन्होंने यह ऐलान किया है। इसके बाद हरदा थारू व्यंजन चखना-भात, बंगाली भोजन दही-परमल का स्वाद भी याद कराएंगे।
पूर्व सीएम हरीश रावत अक्सर उत्तराखंडी उत्पादों की ब्रांडिंग करते नजर आ जाते हैं। सीएम रहते और अब सत्ता से दूर होने के बाद भी वह ठेले पर बैठकर चर्चा-परिचर्चा के साथ स्वाद लेने में भी माहिर है। उनकी यह दावतें भले गैर राजनैतिक होती है लेकिन चर्चा विपक्ष से लेकर सत्ता के गलियारों तक जरूर होती है। हल्द्वानी में कांग्रेसियों को खट्टा रायता चखा चुके पूर्व सीएम देहरादून में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को मिठ्ठे आम भी खिला चुके हैं। हाल में हरदा ने दून स्थित आवास में गहत के डुबके और भात परोसने के साथ मूली की टपकी की पार्टी दी। मगर कोरोना काल के चलते आयोजन में शामिल लोगों की संख्या चुनिंदा थी। ऐसे में पूर्व सीएम ने अब कहा कि जल्द सरसों के साग और हो सके तो बाद में थारू और बंगाली खाना भी खिलाया जाएगा। वहीं, हरदा की इन सिलसिलेवार दावतों की चर्चा में सत्ता और विपक्ष की राय का मिजाज भी अलग रहता है।
पंजाब के प्रभारी, बंगाल में चुनाव
पूर्व सीएम हरीश रावत कांग्रेस शासित राज्य पंजाब के प्रभारी का जिम्मा निभा रहे हैं। कांग्रेस भले इस राज्य में मजबूत स्थिति में हो मगर गुटबाजी को भी नकारा नहीं जा सकता। ऐसे में सरसों और मक्खन लगी रोटी के सियासे मायने भी हैं। वहीं, अगले साल वेस्ट बंगाल में विधानसभा चुनाव है। राष्ट्रीय महासचिव होने की वजह से पार्टी हरदा को वहां प्रचार के लिए भी भेज सकती है।
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