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    Nainital news: सीएम धामी के आने से पहले भड़के हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश, धरने पर बैठे, लगाया ये आरोप;Video

    सुमित ने कहा कि नगर निगम की 12 बैठकें हो चुकी हैं मगर किसी भी बैठक में उन्हें या उनके प्रतिनिधि को नहीं बुलाया गया। प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी होते हुए भी वह चुप बैठे हुए हैं और भाजपा एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं।

    By Jagran NewsEdited By: Rajesh VermaUpdated: Fri, 18 Nov 2022 05:10 PM (IST)
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    विधायक सुमित हृदयेश बैठक से बाहर चले गए और धरने पर बैठ गए।

    जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) आज हल्द्वानी पहुंचे। उन्होंने यहां सर्किट हाउस में नगर निगम के विकास कार्याें की समीक्षा बैठक की। मगर बैठक के दौरान तब बखेड़ा हो गया, जब कांग्रेस के विधायक सुमित हृदयेश (Haldwani MLA Sumit Hridayesh) नाराज होकर बैठक छोड़ चले गए। विधायक समर्थकों ने गेट पर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। सीएम के आने पर सुमित दोबारा बैठक में आए, लेकिन अपनी नाराजगी व्यक्त की और फिर चल दिए।

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    समर्थकों को बाहर करने से बिगड़ा माहौल

    सर्किट हाउस में आयोजित इस बैठक में शहर के विधायक सुमित हृदयेश भी आमंत्रित थे। सीएम के आने से पहले सुमित बैठक में पहुंचे थे। कुछ देर बार कांग्रेस नेता व उनके समर्थक भी पहुंच गए, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें बाहर जाने को कहा। इस पर विधायक नाराज हो गए और वह खुद भी बाहर चले गए। गेट के सामने समर्थक प्रदर्शन करने के साथ ही पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। विधायक भी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए, लेकिन पुलिस ने उठा लिया।

    सीएम का काफिला रोकने की कोशिश

    सीएम के पहुंचने ही विधायक व समर्थकों ने सीएम का काफिला गेट पर ही रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस-प्रशासन की सख्ती के चलते ऐसा न हीं हो सका। सीएम आते ही विधायक को फिर बैठक के लिए बुलाया गया, लेकिन उन्होंने सीएम के समक्ष नाराजगी जताई और फिर वहां से चल दिए। इससे कुछ देर तक गहमागहमी का माहौल बना रहा।

    कांगेसजनों का अपमान बर्दाश्त नहीं : सुमित

    विधायक सुमित हृदयेश ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि खुले मन से विधानसभा क्षेत्र हल्द्वानी के विकास और जनसमस्याओं को अवगत कराने के उद्देश्य से शामिल हुआ था। इसके लिए मुझे आमंत्रित किया गया था। मुझे पता चला कि पीएम की घोषणा वाली योजना की 12 बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन उन्हें एक बार भी नहीं बुलाया गया। इसे लेकर नाराजगी जाहिर की।

    • सुमित हृदयेश ने कहा कि बैठक में कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता भी बैठे थे। उन्हें बैठक से बाहर जाने को कहा गया। विधायक ने कहा कि इसका मैंने विरोध किया। क्योंकि वहां पर भाजपा के नेता व कार्यकर्ता भी थे। विधायक ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का अपमान हो रहा था तो वह बैठक छोड़कर बाहर आ गए। फिर सीएम के सामने मैंने अपनी पीड़ा सुनाई और बताया कि विधायक को राजनीतिक षढयंत्र के तहत प्रशासन के लोग अपमानित कर रहे हैं। इस मामले को सदन में मजबूती से उठाया जाएगा।

    सीएम ने कहा, विपक्ष के विधायकों से भी मांगें हैं प्रस्ताव

    विधायक सुमित के बैठक छोड़ने के सवाल पर सीएम ने कहा कि इस मामले का संज्ञान लिया जाएगा। हम सभी पक्ष-विपक्ष को साथ लेकर चलते हैं। हमने तो विपक्ष के विधायकों से भी 10-10 प्रस्ताव मांगे हैं। हम सभी को विकास यात्रा में शामिल करना चाहते हैं।

    विकास में बनना चाहिए साझीदार : जोगेंद्र

    मेयर डा. जोगेंद्र सिंह रौतेला ने कहा कि सीएम धामी पीएम मोदी की घोषणा से जुड़ी महत्वपूर्ण योजना की समीक्षा करने पहुंचे थे। उस बैठक में विधायक तीन-चार अन्य लोगों को लेकर बैठे थे जो बैठक में अपेक्षित नहीं थे। इसलिए उन्हें बाहर जाने को कहा तो भड़क गए। सस्ती लोकप्रियता का सहारा लेने के बजाय उन्हें विकास में साझीदार बनना चाहिए।

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