देहरादून के घंटाघर के मुकाबले हल्द्वानी में कम प्रदूषण, 13 से 27 अक्टूबर तक होगी एयर पॉल्यूशन की निगरानी
हल्द्वानी में देहरादून के घंटाघर से कम प्रदूषण पाया गया। 13 से 27 अक्टूबर तक वायु प्रदूषण की निगरानी की जाएगी। निगरानी का उद्देश्य प्रदूषण स्तर मापना और कारणों का पता लगाना है। स्थानीय प्रशासन प्रदूषण कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने और औद्योगिक उत्सर्जन को नियंत्रित करने जैसे प्रयास कर रहा है।

पीसीबी की ओर से अलग-अलग शहर चिन्हित किए गए। प्रतीकात्मक
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से राज्य के अलग-अलग शहरों में वायु प्रदूषण की निगरानी की जा रही है। दीपावली को लेकर 13 से 27 अक्टूबर तक यह अभियान जारी रहेगा।
अभी तक स्थिति को देखने पर पता चलता है कि देहरादून के घंटाघर क्षेत्र के मुकाबले हल्द्वानी के मुख्य शहर की स्थिति ठीक है। हल्द्वानी में प्रदूषण का स्तर बढ़ा तो है लेकिन दून के मुकाबले कम है। हालांकि, 13 से 18 अक्टूबर के बीच नैनीताल में प्रदूषण की मात्रा 23 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर जरूर बढ़ गई।
देहरादून घंटाघर में 13 से 18 अक्टूबर के बीच हवा में जहरीले कण यानी पीएम-10 (पार्टिकुलेट मैटर) की मात्रा 113 से 171 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक पहुंच गई। जबकि हल्द्वानी में यह स्तर 99 से 111 तक पहुंचा है। वहीं, नैनीताल में 57 से 80 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर प्रदूषण की मात्रा दर्ज हुई है।
पीसीबी के अनुसार 100 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक किसी को दिक्कत नहीं होती। लेकिन इसके बाद 101 से 200 की तरफ बढ़ने पर अस्थमा, फेफड़े संबंधी रोग, हृदय से जुड़े रोगियों संग बुजुर्गों को दिक्कत हो सकती है। अब देखना यह है कि दीपावली वाले दिन और उसके बाद क्या स्थिति रहेगी।
दिनांक- दून घंटाघर -हल्द्वानी -नैनीताल
- 13 अक्टूबर -113 -99 -57
- 14 अक्टूबर -120 -99 -59
- 15 अक्टूबर -106 -97 -56
- 16 अक्टूबर -114 -98 -57
- 17 अक्टूबर -102 -101 -61
- 18 अक्टूबर -171 -111 -80
मुख्यालय के निर्देश पर हल्द्वानी, नैनीताल समेत अन्य जगहों पर सैंपलिंग के बाद प्रदूषण की निगरानी की जा रही है। यह अभियान 27 अक्टूबर तक जारी रहेगा।
- अनुराग नेगी, क्षेत्रीय प्रबंधक पीसीबी
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