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अच्‍छी खबर : सरकार तुमड़ि‍या डैम को बनाएगी पर्यटन स्थल

सरकार ने तुमडिय़ा डैम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। इस योजना को मूर्तरूप देने के लिए सरकार ने कुल 20 करोड़ की योजना बनाई है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 06 Sep 2019 08:14 PM (IST)Updated: Sat, 07 Sep 2019 03:50 PM (IST)
अच्‍छी खबर : सरकार तुमड़ि‍या डैम को बनाएगी पर्यटन स्थल
अच्‍छी खबर : सरकार तुमड़ि‍या डैम को बनाएगी पर्यटन स्थल

राजेश शर्मा, काशीपुर। सरकार ने तुमडिय़ा डैम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। इस योजना को मूर्तरूप देने के लिए सरकार ने कुल 20 करोड़ की योजना बनाई है। इसमें प्रथम चरण की योजना का काम पांच करोड़ से होगा। स्वीकृति मिलते ही काशीपुर सिंचाई विभाग की देखरेख में प्रथम चरण का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। पांच करोड़ की लागत वाली प्रथम चरण की योजना के तहत तुमडिय़ा डैम में नौकायान प्लेटफार्म भी बनेगी। जो पर्यटन विभाग की वीरचंद गढ़वाली योजना के तहत होगी। फिलहाल विभाग को डैम में आधा दर्जन नाव चलाने की स्वीकृति मिली है। जिसमें मोटर बोट व पैदल बोट आदि शामिल है। यह नाव इको फ्रैंडली रहेंगी। मुख्य नहर के पास ओपन एमपी थियेटर (खुला मंच) बनेगा। जिसमें कुमाऊं और गढ़वाल के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए जाएंगे।

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योजना में 10 हट  बनाना भी प्रस्तावित हैं, इसमें पांच हट प्रथम चरण में बनेंगे। तुमडिय़ा डैम के किनारे बनने वाला छोटा म्यूजियम पर्यटकों के लिए जबरदस्त आकर्षण का केंद्र रहेगा। जिसमें कुमाऊं संस्कृति से जुड़ी प्रदर्शनी लगेगी। डैम के चारों ओर जगह-जगह बड़ी-बड़ी सोलर लाइटें तथा किनारों पर व उसके आसपास औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के उद्देश्य से तुमडिय़ा डैम के पास सर्व सुविधा युक्त कैंटीन भी बनेगी। इतना ही नहीं, पुरुष व स्त्रियों के लिए हाईटेक शौचालय का निर्माण कराया जाएगा। तालाब के किनारे छोटे-छोटे कुंड बनाकर छोटी-छोटी विभिन्न प्रजातियों की  रंग-बिरंगी मछलियां पालने की भी योजना प्रस्तावित है। प्रथम चरण में जगह-जगह पैदल मार्ग बनना भी प्रस्तावित है। डैम के आसपास प्रथम चरण की योजना के तहत पांच म्यूजिकल फाउंटेन बनाए जाएंगे, जिस पर पडऩे वाली रंग-बिरंगी लाइट पर्यटकों को मोहित करेगी।

 

साइबेरियन पक्षी करेंगे आकर्षित

सर्दियों के दिनों में अफगानिस्तान के रास्ते मध्य चीन से आने वाले साइबेरियन पक्षी यहां आकर्षण का केंद्र रहेंगे। तुमडिय़ा डैम के पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने से देश के अलावा विदेशी पर्यटकों का जमावड़ा बढ़ेगा, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और राच्य को राजस्व का लाभ होगा। नवंबर में रेडी शैल डक, आइरिस बिल, ब्लैक स्ट्रोक आदि दुर्लभ साइबेरियन पक्षी यहां आते रहते हैं।

दूसरे चरण के प्रस्तावित कार्य

दूसरे चरण की योजना में लकड़ी से निर्मित वुडन टेक्चर (एनेक्सी) विश्राम गृह बनाया जाएगा, जिसमें दो लग्जरी सूट होंगे। तीन करोड़ के बजट से दुर्गापुर -किलावली होते हुए तुमडिय़ा डैम जाने वाली तीन किलोमीटर की हॉटमिक्स रोड बनाई जाएगी। ताकि पर्यटकों को यहां तक पहुंचने में कोई दिक्कत न हो। साथ ही  घाट का निर्माण कराया जाएगा, जिसमें तकरीबन दो करोड़ का खर्च आएगा।

सतपाल महाराज ने बनाया ड्रीम प्रोजेक्ट

पर्यटन एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने 16 अगस्त 2017 को पर्यटन सचिव को पत्र लिखकर तुमडिय़ा डैम को पर्यटन की  दृष्टि से विकसित करने के निर्देश दिए थे। साथ ही पत्र में रामनगर की पूर्व विधायक अमृता रावत और जसपुर विधायक आदेश चौहान द्वारा तुमडिय़ा डैम को पर्यटन स्थल बनाए जाने की मांग का जिक्र किया था। जिसकी प्रतिलिपि उत्तराखंड के सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियंता को भेजी गई थी। 

डैम का 63 साल पुराना है इतिहास

तुमडिय़ा डैम का इतिहास 63 साल पुराना है। इसका निर्माण दो चरण में हुआ। प्रथम चरण में 0 से 10. 400 किमी लंबाई का निर्माण कार्य 1956-57 में शुरू हुआ था और 1961-62 में संपन्न हुआ। वहीं 10.400 किमी से 20.400 किमी लंबाई के दूसरे चरण का कार्य 1960-61 में प्रारंभ हुआ और 1969-70 तक चला। अधिशासी अभियंता अरुण कुमार नेगी ने बताया कि तुमडिय़ा डैम को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का 20 करोड़ का प्रस्ताव बना है। जिसमें पांच करोड़ की प्रथम योजना का प्रस्ताव अगस्त में शासन को भेज दिया गया है। इसकी शीघ्र ही स्वीकृति की उम्मीद है। स्वीकृति मिलते ही कार्य प्रारंभ करा दिया जाएगा। उक्त प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने का काम दीपक कुमार शर्मा (एसडीओ उपखंड तृतीय) सिंचाई खंड काशीपुर को सौंपा गया है।

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