Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Uttarakhand Lockdown : माँ पूर्णागिरि मेले से हटाई जाएंगी सरकारी व्यवस्थाएं, नुकसान की होगी भरपाई

    By Skand ShuklaEdited By:
    Updated: Thu, 16 Apr 2020 08:05 AM (IST)

    कोरोना वायरस को लेकर बीती 16 मार्च को आधिकारिक रूप से स्थगित किए गए माँ पूर्णागिरि मेले को लेकर बुधवार को एनएचपीसी गेस्ट हाउस में बैठक का आयोजन किया गया।

    Uttarakhand Lockdown : माँ पूर्णागिरि मेले से हटाई जाएंगी सरकारी व्यवस्थाएं, नुकसान की होगी भरपाई

    बनबसा, जेएनएन : लॉकडाउन के चलते अघोषित रूप से माँ पूर्णागिरि मेला को स्थगित कर दिया गया है। कोरोना वायरस को लेकर बीती 16 मार्च को आधिकारिक रूप से स्थगित किए गए माँ पूर्णागिरि मेले को लेकर बुधवार को एनएचपीसी गेस्ट हाउस में बैठक का आयोजन किया गया। डीएम एसएन पांडे ने गहन चर्चा और विचार-विमर्श के बाद पूर्णागिरि मेला की सभी व्यवस्थाओं को वापस लेने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के चलते लोग डाउन को तीन मई तक बढ़ा दिया गया है। तीन मई के बाद स्थितियां क्या होंगी इसको लेकर निश्चित रूप से कुछ भी नहीं कहा जा सकता। इसलिए प्रशासन को मेले की सभी सरकारी व्यवस्थाए बिजली, टेंट, पानी आदि की व्यवस्थाएं हटाई जाएंगी। डीएम ने बताया कि जितने दिन लाइट का प्रयोग किया गया है उसका उतना भुगतान किया जाएगा। साथ ही अन्य कार्यों को लेकर हुए टेंडर में ठेकेदारों को होने वाले नुकसान के बारे में भी विचार किया जाएगा। पूर्णागिरि मेला आधिकारिक रूप से 11 मार्च को प्रारंभ हुआ था लेकिन कोरोनावायरस के चलते इसे 16 मार्च को स्थगित कर दिया गया था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने बताया कि लोक डाउन के चलते 575 लोग विभिन्न राहत शिविरों और आइसोलेशन सेंटरों और क्वॉरेंटाइन किए गए हैं। यह लोग तब तक यहीं पर रहेंगे जब तक लोग डाउन जारी है। उन्होंने बताया कि राहत शिविरों आइसोलेशन सेंटरों में रखे गए सभी लोगों का प्रशासन पूरा ध्यान रख रहा है। उन्हें अच्छा भोजन उपलब्ध कराने के साथ ही उनके लिए साक्षरता अभियान योगा और मनोरंजन आदि के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा उनकी काउंसलिंग भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि राहत शिविरों और आइसोलेशन सेंटरों में रखे गए 575 लोगों में से 236 लोग निरक्षर हैं। जिनके लिए प्रशासन ने साक्षरता अभियान चलाया हुआ है। उन्होंने बताया कि इन 236 लोगों को साक्षर कर कर ही भेजा जाएगा। और सभी 276 लोगों को 25 अप्रैल को साक्षरता का प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। बैठक में पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ईडी एमटीएस मर्तोलिया, एसडीएम दयानंद सरस्वती, सीएमओ आरती खंडूरी, सीओ बी सी पंत, जिला पंचायत एएमए राजेश कुमार, तहसीलदार खुशबू पांडे, थानाध्यक्ष जसवीर सिंह चौहान, पूर्णागिरि मेला समिति के अध्यक्ष भुवन चंद पांडे आदि लोग मौजूद रहे। 

    यह भी पढें

    उत्तराखंड से सटे उत्तर प्रदेश के गांव में मिला कोरोना पॉजिटिव, सात गांव हुए क्वारंटाइन

    चंडीगढ़ में जन्‍मी बेटी का ऑनलाइन नामकरण, उत्तराखंड से पंडित ने पूरे किए विधि-विधान

    उत्तराखंड हाईकोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से सुनवाई शुरू, पहले दिन दो याचिकाओं पर सुनवाई 

    लॉकडाउन में एक व्यक्ति के वाहन को मिली अनुमति, पहुंच गए पांच लोग, मुकदमा दर्ज

    Ozone Layer में बना 10 लाख किमी का होल, यूरोप के उत्तरी क्षेत्र में आने वाले देशों को खतरा