बारिश के मौसम में बढ़े फंगल इंफेक्शन व उल्टी-दस्त के मरीज, यह है उपचार
बारिश और उमस भरी गर्मी के कारण लोग बीमार पड़ने लगे हैं। अधिकतर रोगी दाद खाज और खुजली के आ रहे हैं। इसके अलावा पेट दर्द सर्दी-जुकाम आदि से भी पीड़ित हैं। डा. चंद्र मोहन भैसोड़ा ने कहा कि इस मौसम में त्वचा का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: बारिश और उसम भरे मौसम में फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ गया है। दाद-खजुली, उल्टी-दस्त, खांसी, बुखार आदि रोग बढ़ने लगे हैं। सोमवार को जिला अस्पताल में इस माह की सबसे अधिक ओपीडी हुई। डाक्टरों ने लोगों को मौसम से होने वाली बीमारियों से बचाव के टिप्स दिए। उन्होंने फंगल इंफेक्शन से राहत के लिए दवाइयां भी दी।
सोमवार को जिला अस्पताल में ओपीडी 600 के पार पहुंच गई। बारिश और उमस भरी गर्मी के कारण लोग बीमार पड़ने लगे हैं। अधिकतर रोगी दाद, खाज और खुजली के आ रहे हैं। इसके अलावा पेट दर्द, सर्दी-जुकाम आदि से भी पीड़ित हैं। डा. चंद्र मोहन भैसोड़ा ने कहा कि इस मौसम में त्वचा का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। इस मौसम में चेहरे को परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है।
बरसात के मौसम में तापमान में नमी अधिक होती है। जिसके कारण स्किन भी प्रभावित होती है। ह्यूमिडिटी अधिक होने से पर्यावरण में बैक्टीरिया व कीटाणुओं की भी अधिकता होती है। जिसके कारण दाद, खाज और खुजली जैसी बीमारी हो जाती है। कई बार ये परेशानियां गंभीर भी हो सकती हैं। ऐसे में इनका तुरंत उपचार होना बेहद ज़रूरी है।
आयुर्वेद में हरसंभव उपचार
डा. एजल पटेल ने कहा कि इस मौसम में खुद को सुरक्षित रखना चाहिए। हेल्थलाइन की रिपोर्ट के अनुसार टमाटर में लाइकोपीन होता है। जो एक एंटीआक्सिडेंट है। यह स्किन में मौजूद फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है। टमाटर के रस में थोड़ा सा हल्दी पाउडर मिलाकर पेस्ट बना लें. पेस्ट को दाद वाली जगह पर लगाएं इससे आपको खुजली से राहत मिलेगी।
इसके अलावा बर्फ के टुकड़े से सेक करें। इससे खुजली और दर्द में कमी आएगी। गेंदे के फूल दाद, खाज, खुजली की समस्या को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। एंटीफंगल और एंटी एलर्जी गुण होते हैं जो दाद, खाज और खुजली जैसी समस्या को जड़ से खत्म करने की शक्ति रखते हैं।
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