हरदा ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की बेटी के प्रयास को इसलिए सराहा nainital news
पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने कहा कि सीएए कानून संविधान विरोधी है। महात्मा गांधी बाबा साहब व नेहरू की सोच के संविधान को खत्म करने वाला कानून है।
काशीपुर, जेएनएन : पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने कहा कि सीएए कानून संविधान विरोधी है। महात्मा गांधी, बाबा साहब भीम राव आंबेडकर व नेहरू की सोच के संविधान को खत्म करने वाला कानून है। उन्होंने स्वीकार किया था कि किसी भी व्यक्ति से लिंग, जन्म और जाति के आधार पर भेद नहीं किया जाएगा। लेकिन यह कानून उन्हीं बातों को हवा दे रहा है। पूरा देश इसके विरोध में है। कांग्रेस भी इस कानून से मुखर है। पार्टी इस कानून का पूर्ण विरोध कर रही है। वहीं त्रिवेंद्र रावत सरकार के कामों को रेटिंग दिए जाने के सवाल पर पूर्व सीएम ने कहा कि, पहले तो वे उन्होंने जीरो रेटिंग देता चाहते थे, लेकिन उनकी बेटी उत्तराखंड की लोककला ऐपण को प्रमोट कर रही है। इसलिए वे प्रदेश सरकार दो नंबर देना चाहेंगे।
माघ माह के भोज में पहुंचे थे पीएम
पूर्व मुख्यमंत्री रावत रविवार को गिरीताल स्थित चामुंडा मंदिर के पास एक रेस्टोरेंट में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ माघ माह में भोज पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पहले सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनका हाल जाना। जिसके बाद पत्रकारों से वार्ता कर कहा कि पार्टी का सीधा स्टैंड सीएए का खुलकर विरोध करना है। भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार इस कानून को इसलिए लाई है। जिससे कि उसे महंगाई, बेरोजगारी, मंदी, महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों का जवाब जनता को न देना पड़े। जनता इस कानून के विरोध में उलझकर रह जाए।
हरदा ने कहा कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं, सब अपना काम कर रहे
पूर्व सीएम ने त्रिवेंद्र रावत सरकार के बारे में सवाल पूछे जाने पर कहा कि उनका मत है कि पहले वह सरकार को जीरो नंबर देना चाहते थे, लेकिन त्रिवेंद्र की बेटी द्वारा ऐंपण को प्रमोट किए जाने पर यह मत बदला है और वह प्रदेश की सरकार को दो नंबर दे सकते हैं। इससे पूर्व रावत ने कांग्रेस की गुटबाजी के सवाल पर कहा कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है। सभी का अपने-अपने कार्यक्षेत्र में प्रभाव है। जिससे पार्टी को मजबूती मिलती है। इस मौके पर पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा, महानगर अध्यक्ष संदीप सहगल, मुकेश मेहरोत्रा, हरीश सिंह एडवोकेट, त्रिलोक अधिकारी, आशीष अरोरा बॉबी, अलका पाल, इंदूमान, गीता चौहान, चंद्रभूषण डोभाल, जितेंद्र सरस्वती, मुक्ता सिंह, रवि ढींगरा आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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