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    रीप के तहत उत्तराखंड में होगा उद्यमिता विकास, जुलाई से परियोजना के शुरू होने की उम्मीद

    By Prashant MishraEdited By:
    Updated: Sat, 30 Apr 2022 05:18 PM (IST)

    उद्यमिता विकास के लिए अब तक एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना चलाई जा रही थी। केंद्र और राज्य की इस संयुक्त परियोजना में उत्तराखंड के कुछ ही विकास खंड शामिल थे। पिथौरागढ़ मे संचालित परियोजना का कार्यकाल मार्च में पूरा हो गया। इसके स्थान पर रीप को स्वीकृति दी गई है।

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    केंद्र सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद अब उत्तराखंड से प्रोजेक्ट को अंतिम स्वीकृति मिलनी बाकी है।

    संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : Rural Enterprise Acceleration Project (REAP): यूनाइटेड नेशन की आइएफएडी इकाई के सहयोग से चलाए जाने वाले रूरल इंटरप्राइजेज एक्सलेरेशन प्रोजेक्ट (रीप) के लिए उत्तराखंड को अभी थोड़ा इंतजार करना होगा। केंद्र सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद अब उत्तराखंड से प्रोजेक्ट को अंतिम स्वीकृति मिलनी बाकी है।

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    ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि, हस्तशिल्प, औद्योनिकी जैसे क्षेत्रों में उद्यमिता विकास के लिए अब तक एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना चलाई जा रही थी। केंद्र और राज्य की इस संयुक्त परियोजना में उत्तराखंड के कुछ ही विकास खंड शामिल थे। पिथौरागढ़ जनपद के बिण, मुनाकोट और कनालीछीना विकास खंड मे संचालित यह परियोजना का कार्यकाल मार्च में पूरा हो गया। इसके स्थान पर रीप (REAP) प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी गई है। इस प्रोजेक्ट में पूरे राज्य को शामिल किया गया है।

    यूनाइटेड नेशन की आइएफएडी इकाई के सहयोग से चलने वाले इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार की स्वीकृत मिल चुकी है। प्रोजेक्ट एक अप्रैल से राज्य में शुरू होना था, लेकिन विधानसभा चुनावों के चलते प्रोजेक्ट को अंतिम स्वीकृति नहीं मिल पाई है। उम्मीद की जा रही है कि जुलाई से यह प्रोजेक्ट प्रदेश में शुरू हो जाएगा। जिले में पूर्व में संचालित एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के सेटअप से ही इस प्रोजेक्ट के कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा।

    सीमांत के हस्तशिल्प उद्योग को मिलेगा फायदा

    रीप परियोजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता का विकास होना है। इसके तहत जिले की सीमांत तहसील मुनस्यारी और धारचूला में सिकुड़ रहे हस्तशिल्प को फिर से गति मिलेगी। इसके अलावा जिले में शहद उत्पादन, ङ्क्षरगाल से संचालित लघु कुटीर उद्यम, च्यूरे से बनने वाले उत्पाद आदि को बढ़ावा दिया जाएगा। ग्रामीण उत्पादन को बाजार भी प्रोजेक्ट के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा।

    परियोजना प्रबंधक कुलदीप सिंह बिष्ट ने बताया कि रीप प्रोजेक्ट के लिए तैयारियां चल रही हैं। जुलाई से प्रोजेक्ट के शुरू हो जाने कीे उम्मीद है। यह प्रोजेक्ट जिले के सभी विकास खंड में संचालित होगा।