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    नैनीताल में ठंडी सड़क पर पहाड़ी के भूस्खलन की रोकथाम में खर्च होंगे 12 करोड़

    By Skand ShuklaEdited By:
    Updated: Sun, 04 Sep 2022 11:19 AM (IST)

    Thandi Sadak DPR नैनीताल के ठंडी रोड क्षेत्र में पाषाण देवी मंदिर के समीप पहाड़ी पर हुए भूस्खलन की रोकथाम के लिए 12 करोड़ खर्च होंगे। सिंचाई विभाग ने ...और पढ़ें

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    Thandi Sadak DPR : सिंचाई विभाग ने तैयार की डीपीआर, शासन को भेजा गया

    नैनीताल, जागरण संवाददाता : Thandi Sadak DPR : नैनीताल के ठंडी रोड क्षेत्र में पाषाण देवी मंदिर के समीप पहाड़ी पर हुए भूस्खलन की रोकथाम के लिए 12 करोड़ खर्च होंगे। सिंचाई विभाग ने आईआईटी रुड़की के सहयोग से सर्वे कार्य कर पहाड़ी की रोकथाम को लेकर डीपीआर तैयार कर ली है। जिसे शासन को भेजा गया है। बजट मिलने के बाद पहाड़ी की रोकथाम का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

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    प्रोजेक्ट के तहत होंगे ये काम

    प्रोजेक्ट के अनुसार पहाड़ी में नैनी झील से लगी सुरक्षा दीवार, ठंडी सड़क के ठीक ऊपर स्थित केपी हॉस्टल तक सुरक्षा कार्य किए जाएंगे। बता दें कि बीते वर्ष 24 जुलाई को ठंडी सड़क में पाषाण देवी मंदिर के समीप हल्का भूस्खलन हुआ था इस दौरान पहाड़ी से बोल्डर और मिट्टी ठंडी सड़क पर आ गिरी थी मगर समय रहते भूस्खलन की रोकथाम नहीं की गई। नतीजतन 31 अगस्त को पहाड़ी पर भारी भूस्खलन हुआ। इस दौरान भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर झील में समा गए । जिससे सड़क पर लोगों का आवागमन भी पूरी तरह बाधित हो गया।

    जियो बैग में कंक्रीट भरकर दीवार बनाई

    पहाड़ी के ऊपर स्थित कुमाऊं विश्वविद्यालय के केपी छात्रावास तक भूस्खलन पहुंचने पर खतरा बढ़ गया। डीएम धीराज गर्ब्याल ने लोनिवि और सिंचाई विभाग को तत्काल पहाड़ी का उपचार के निर्देश दिए। मगर वर्षा होने के कारण तत्काल ट्रीटमेंट शुरू नहीं हो सका। सितंबर माह में लोनिवि ने पहाड़ी की रोकथाम को लेकर अस्थाई उपचार शुरू किए। जिसमें लोहे के एंगल भूमिगत कर जियो बैग में कंक्रीट भरकर दीवार बनाई गई। मगर पहाड़ी पर भूस्खलन नहीं रुका।

    पहले छह करोड़ का प्रस्ताव तैयार

    अक्टूबर माह में अतिवृष्टि के दौरान पहाड़ी पर एक बार फिर भारी भूस्खलन हुआ। जिसमें पुराना अस्थाई कार्य भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। जिला प्रशासन के निर्देशों के बाद सिंचाई विभाग ने पहाड़ी के स्थाई ट्रीटमेंट को लेकर सर्वे कार्य कर करीब छह करोड़ का प्रस्ताव बनाया। मगर प्रस्ताव में आईआईटी रुड़की के साथ वार्ता के बाद कई अन्य सुरक्षा कार्य बताए गए। जिसके बाद सिंचाई विभाग ने आईआईटी रुड़की के साथ मिलकर पहाड़ी में भूस्खलन के कारणों की जांच और रोकथाम को लेकर सर्वे कार्य किए। सिंचाई विभाग अधिशासी अभियंता एके वर्मा ने बताया कि नए सिरे से सर्वे कार्य करने के बाद दूसरी डीपीआर तैयार कर ली गई है।

    फाइनल 12 करोड़ की डीपीआर तैयार

    करीब 12 करोड़ डीपीआर शासन को सौंपी गई है। बजट मिलने के बाद पहाड़ी की रोकथाम का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग एके वर्मा ने बताया कि करीब 12 करोड़ की डीपीआर में पहाड़ी पर झील से लगी सुरक्षा दीवार से केपी छात्रावास तक सुरक्षा कार्य किए जाने प्रस्तावित है। जिसमें झील से रिटेनिंग वॉल, वायर क्रेट्स और माइक्रो पाइलिंग किया जाना प्रस्तावित है। सहायक अभियंता डीपीआर पर वार्ता के लिए शासन गए हुए है। बजट मिलते ही सुरक्षा कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।