विकास की कवायद : सितंबर के अंत तक तैयार होगी सीवेज और पेयजल की डीपीआर
शहर के नए वार्डों को सीवेज व पेयजल योजना से जोडऩे के लिए सितंबर अंत तक डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो जाएगी।
हल्द्वानी, जेएनएन : शहर के नए वार्डों को सीवेज व पेयजल योजना से जोडऩे के लिए सितंबर अंत तक डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो जाएगी। शीशमहल वाटर फिल्टर प्लांट की क्षमता बढ़ाने के साथ अमृत योजना के तहत पेयजल-सीवेज सुविधा से वंचित क्षेत्रों को योजना से जोडऩे के बिंदु को डीपीआर में शामिल किया जाएगा। नगर निगम सभागार में मेयर डॉ. जोगेंद्र रौतेला की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में योजना पर चर्चा हुई। मेयर ने कहा कि शहर की पेयजल जरूरत बढ़ रही है, लिहाजा फिल्टर प्लांट की क्षमता 76 एमएलडी तक बढ़ानी जरूरी है।
एडीबी के सहयोग से बन रही योजना के लिए सर्वे कर रही टाटा कंसलटेंसी सर्विस (टीसीएस) के एक्सपर्ट जितेंद्र त्यागी ने कहा कि 22 वार्डों के कुल 450 किमी का सर्वे पूरा हो गया है। जल्द ही शेष पांच वार्डों का सर्वे भी पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सितंबर अंत तक डीपीआर तैयार कर ली जाएगी। बैठक में नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया, ईई सिंचाई तरुण कुमार, ईई जल संस्थान विशाल कुमार, जल निगम भीमताल के ईई जीएस तोमर, यूयूएसडीए के एई दुर्गेश पंत, पल्लवी चौधरी, अमृत विशेषज्ञ चंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
नहर को किया जाएगा कवर
काठगोदाम बैराज से शीशमहल प्लांट तक आने वाली नहर भी कवर की जाएगी। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए सिल्ट रिमूवल प्लांट बनाया जाएगा। इसे भी डीपीआर में रखा जाएगा। जल भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए टैंक बनाने का प्रावधान भी डीपीआर में होगा।
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