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    व्यास घाटी में जुटेंगे भारत-नेपाल के श्रद्धालु, महर्षि वेद व्यास की तपस्थली में तीन दिनी व्यास पूजा की तैयारियां शुरू

    By Prashant MishraEdited By:
    Updated: Wed, 11 Aug 2021 11:38 PM (IST)

    महर्षि वेद व्यास की तपस्थली व्यास घाटी में पूजा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। रक्षाबंधन के दिन शुरू होने वाली इस पूजा में भारत-नेपाल के श्रद्धालु भागीदारी करेंगे। पूजा में भाग लेने के लिए उच्च हिमालयी गांवों के देशभर में फैले प्रवासी घर पहुंचने लगे हैं।

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    व्यास घाटी को जोडऩे वाली तवाघाट-लिपुलेख सड़क बुधवार की देर सायं खुल गई।

    तेज सिंह गुंज्याल, धारचूला। महाभारत के रचयिता महर्षि वेद व्यास की तपस्थली व्यास घाटी में पूजा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। रक्षाबंधन के दिन शुरू होने वाली इस पूजा में भारत-नेपाल के श्रद्धालु भागीदारी करेंगे। पूजा में भाग लेने के लिए उच्च हिमालयी गांवों के देशभर में फैले प्रवासी घर पहुंचने लगे हैं।

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    कैलास मानसरोवर यात्रा पथ पर पडऩे वाली व्यास घाटी को भगवान शिव की भूमि माना जाता है। इस गांव के लोग महादेव के साथ ही वेदव्यास को भी अपना आराध्य मानते हैं। हर वर्ष भादौ में धूमधाम से गुंजी, कुटी, नाभी, नपल्चू, रौंककांग में महर्षि वेद व्यास की पूजा-अर्चना की जाती है। यहां महर्षि वेद व्यास की गुफा भी है। पूजा अर्चना से पहले क्षेत्र के मंदिरों में ऊंची पताकाएं लगाने के साथ ही उन्हें विशेष रू प से सजाया जाता है। पूजा अर्चना में शामिल होने के लिए नेपाल के तिंकर, छांगरू , रापला और स्यांकांग गांव के नागरिक भी आमंत्रित किए जाते हैं। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है।

    गुंजी गांव के 90 वर्षीय बुजुर्ग मंगल सिंह गुंज्याल बताते हैं कि इस पूजा का व्यास घाटी में विशेष महत्व है। महर्षि वेद व्यास के नाम पर ही इस क्षेत्र को व्यास घाटी के नाम से जाना जाता है। इस वार्षिक आयोजन का महत्व इसी से साबित होता है कि व्यास घाटी के रहने वाले लोग देश में कहीं भी हो, पूजा के लिए अवश्य घर पहुंचते हैं। गांवों में पूजा की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मंदिरों को सजाया जा रहा है। पूजा के दिन महिलाएं रं संस्कृति से जुड़े अपने विशेष परिधान धारण कर मंदिरों में पहुंचेंगी।

    मार्ग खुलने से दौड़ी उत्साह की लहर

    व्यास घाटी को जोडऩे वाली तवाघाट-लिपुलेख सड़क बुधवार की देर सायं खुल गई। मांगती के पास चट्टान टूट जाने से सड़क बंद पड़ी थी। व्यास घाटी का आवागमन ठप होने से बाहर से आने वाले लोग संशय में थे। देर सायं सड़क खुलते ही क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। लोगों ने दूरभाष के जरिये सड़क खुलने की जानकारी अपने स्वजनों और मित्रों को दे दी। सड़क खुल जाने से बड़ी संख्या में लोगों के व्यास घाटी पहुंचने की उम्मीद है।