Uttarakhand: सिलाई और फैशन डिजाइनिंग प्रशिक्षण का बढ़ा क्रेज, कौशल विकास केंद्रों में आ रहे सबसे ज्यादा आवेदन
sewing and fashion designing training केंद्र सरकार की ओर से संचालित प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत भी युवाओं को विभिन्न जाबरोल में प्रशिक्षित किया जा रहा है। अब तक 716 युवाओं को कृषि टूरिज्म हास्पिटैलिटी एपेरल रिटेल और आइटी के क्षेत्र में प्रशिक्षित किया जा चुका है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : Sewing and fashion designing training : बदलते दौर में प्रतिस्पर्धा और बढ़ती महंगाई में बेहतर जीवन जीने के लिए आर्थिक रूप से सशक्त होना जरूरी है। इसलिए युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री रोजगार एवं कौशल विकास योजना के तहत विभिन्न जाॅबरोल के प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। जिसमें सबसे अधिक क्रेज सिलाई और फैशन डिजाइनिंग का दिख रहा है।
2023 तक 32 हजार युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य
आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2022 के अनुसार, राज्य सरकार की ओर से संचालित योजना के तहत मार्च 2023 तक 32 हजार युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार दिलाने के लिए प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। जिसके तहत अब तक करीब 18 हजार को विभिन्न जाॅबरोल में प्रशिक्षित कर प्रमाण पत्र दिया जा चुका है। इनमें से करीब नौ हजार को प्लेसमेंट के जरिये रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराए जा चुके हैं जबकि अन्य को सेवायोजित करने की प्रक्रिया चल रही है।
124 कौशल प्रशिक्षण केंद्र खुले
प्रशिक्षण के लिए अब तक 124 कौशल प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की जा चुकी है। जिनमें से करीब 55 कौशल प्रशिक्षण केंद्रों पर हजारों युवा प्रशिक्षण ले रहे हैं। जिनमें सिलाई, फैशन डिजाइनिंग के साथ फ्रंट आफिस एक्जीक्यूटिव, डाटा एंट्री आपरेटर, सोलर पैनल इंस्टालेशन टेक्नीशियन, फ्लोरीकल्चरिस्ट और आर्गेनिक ग्रोवर में रोजगार पाने की इच्छुक युवाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
प्रशिक्षण की स्थिति
जाॅबरोल - संख्या
सिलाई - 2436
फैशन डिजाइनिंग -1678
फ्रंट आफिस एक्जीक्यूटिव - 1486
डाटा एंट्री आपरेटर - 859
सोलर पैनल इंस्टालेशन टेक्नीशियन - 840
आफिस असिस्टेंट - 510
फील्ड टेक्नीशियन - 330
फ्लोरीकल्चरिस्ट - 443
जूनियर साफ्टवेयर डेवलेपमेंट - 120
वेब डेवलेपर - 270
योगा इंस्ट्रक्टर - 169
फोन हार्डवेयर रिपेयरिंग - 60
कुकिंग - 542
आर्गेनिक ग्रोवर - 562
फोटोग्राफी - 116
डेयरी फार्मर - 270
प्लेसमेंट में नैनीताल जिला सबसे आगे
योजना के तहत प्लेसमेंट की बात करें तो सबसे आगे नैनीताल जिला है। यहां कुल प्रशिक्षित में से 17 प्रतिशत युवाओं को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है। इसके बाद देहरादून में 16 प्रतिशत, ऊधम सिंह नगर में 14 प्रतिशत, हरिद्वार में 13 प्रतिशत और चंपावत में नौ प्रतिशत युवाओं का प्लेसमेंट हुआ है।
केंद्रीय योजना के तहत भी 716 युवा हुए प्रशिक्षित
केंद्र सरकार की ओर से संचालित प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत भी युवाओं को विभिन्न जाबरोल में प्रशिक्षित किया जा रहा है। अब तक 716 युवाओं को कृषि, टूरिज्म, हास्पिटैलिटी, एपेरल, रिटेल और आइटी के क्षेत्र में प्रशिक्षित किया जा चुका है। जिनमें से मात्र 45 को ही सेवायोजित किया जा सका।
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