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    Nainital High Court: हाईकोर्ट ने उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव व प्रवक्ता की गिरफ्तारी पर लगाई रोक

    By Prashant MishraEdited By:
    Updated: Mon, 27 Jun 2022 03:25 PM (IST)

    आर्य सेठी उत्तराखंड की सीनियर क्रिकेट टीम का सदस्य है। एसोसिएशन प्रवक्ता वीडियो एनालिसिस्ट और सीनियर पुरुष क्रिकेट टीम के मैनेजर व कोच सहित सात के विरुद्ध क्रिकेटर से मारपीट व 10 लाख रुपये मांगने का अरोप है।

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    हाईकोर्ट ने सरकार को दो सप्ताह में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं।

    जागरण संवाददाता, नैनीताल। हाईकोर्ट ने क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड के सचिव महिम वर्मा व प्रवक्ता संजय गुंसाई की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। साथ ही सरकार को दो सप्ताह में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। देहरादून पुलिस की ओर से एसोसिएशन प्रवक्ता, वीडियो एनालिसिस्ट और सीनियर पुरुष क्रिकेट टीम के मैनेजर व कोच सहित सात के विरुद्ध वसंत विहार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था।

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    इन सभी पर उत्तराखंड की सीनियर पुरुष क्रिकेट टीम के सदस्य क्रिकेटर आर्य सेठी की पिटाई करने, जान से मारने की धमकी देने और 10 लाख रुपये मांगने का आरोप है। 

    सोमवार को वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी की एकलपीठ में महिम वर्मा व संजय की याचिका पर सुनवाई हुई। अभियोजन के अनुसार इंदिरा नगर कालोनी (वसंत विहार) निवासी वीरेंद्र सेठी ने बताया कि उनका बेटा आर्य सेठी उत्तराखंड की सीनियर क्रिकेट टीम का सदस्य है। 

    11 दिसंबर 2021 को अभ्यास के दौरान सीनियर पुरुष क्रिकेट टीम के कोच मनीष झा ने आर्य की पिटाई की। इसकी शिकायत सीएयू के सचिव महिम वर्मा से की गई तो उन्होंने इस संबंध में टीम के मैनेजर नवनीत मिश्रा, कोच मनीष झा और वीडियो एनालिसिस पीयूष रघुवंशी से बात की। वीरेंद्र का आरोप है कि इसके बाद तीनों ने आर्य को एक कमरे में बुलाया और धमकी दी कि उसे गोली मरवा देंगे। 

    शिकायतकर्ता ने यह आरोप भी लगाया है कि जब उन्होंने इस घटना के संबंध में सीएयू सचिव से बात की तो उन्होंने कहा कि मामला सुलझाने के लिए 10 लाख रुपये देने पड़ेंगे, वरना आर्य का करियर बर्बाद कर देंगे। यही बात सीएयू के प्रवक्ता संजय गुसाईं, टीम के मैनेजर नवनीत मिश्रा, वीडियो एनालिसिस पीयूष रघुवंशी और सीएयू में कार्यरत सत्यम वर्मा व पारुल ने भी कही।