Corbett National Park : ढिकाला जोन पर्यटकों के नाइट स्टे और डे सफारी के लिए खुला
Corbett National Park मानसून सीजन में पर्यटकों की सुरक्षा के लिए ढिकाला जोन 15 जून से बंद कर दिया जाता है। 15 नवंबर से ढिकाला जोन फिर पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। यहां पर्यटक नाइट स्टे के अलावा विभागीय कैंटर से डे सफारी कर सकेंगे।

रामनगर, जागरण संवाददाता : कार्बेट नेशनल पार्क (Corbett National Park ) का मुख्य ढिकाला जोन (Dhikala zone) पर्यटकों के लिए मंगलवार से खुल गया। पहले दिन 277 पर्यटक नाइट स्टे व डे सफारी के लिए गए। सुबह की पाली में चार कैंटरों से 63 व शाम को 58 पर्यटकों ने डे सफारी की। इसके अलावा नाइट स्टे के लिए 37 जिप्सियों से 156 पर्यटक ढिकाला गए। जिसमें दो विदेशी पर्यटक भी शामिल है। स्थानीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट व निदेशक धीरज पांडे ने हरी झंडी दिखाकर पर्यटकों के कैंटर को रवाना किया गया।
मानसून सीजन में पर्यटकों की सुरक्षा के लिए ढिकाला जोन 15 जून से बंद कर दिया जाता है। 15 नवंबर से ढिकाला जोन फिर पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। यहां पर्यटक नाइट स्टे के अलावा विभागीय कैंटर से डे सफारी कर सकेंगे। सुबह की पाली में चार कैंटर व आठ जिप्सी से पर्यटक ढिकाला में सफारी के लिए गए। पूजा अर्चना के बाद ढिकाला का धनगढ़ी गेट खोला गया। इसी के साथ ही दुर्गादेवी पर्यटन गेट भी डे विजिट के लिए आज से ही खुल गया है।
ढिकाला खुलने के बाद अब कार्बेट पार्क पर्यटकों से गुलजार रहेगा। नाइट स्टे के लिए पर्यटक जिप्सियों से दोपहर की पाली में ढिकाला जाएंगे। सुबह की सफारी में पर्यटकों ने पार्क के नैसर्गिक सौंदर्य का आनंद लिया। पहली पाली में बाघ के दर्शन नहीं हो पाए। सफ़ारी के लिए गए पर्यटकों में बाघ को देखने की काफी उत्सुकता देखी गई।
कार्बेट के निदेशक धीरज पांडे ने बताया कि ढिकाला से पर्यटक वन्य जीव संरक्षण का संदेश भी अपने साथ लेकर जाएंगे। सफारी रूट ठीक कर लिए गए हैं। जो भी सुविधा पर्यटकों को दी जानी है, वह सब पूरी हो चुकी है। निदेशक ने बताया कि पर्यटक अच्छा अनुभव लेकर जाएंगे। इस दौरान विधायक प्रतिनिधि मदन जोशी, एसडीओ अमित गवासाकोटी, डिप्टी रेंजर बालम सिंह, रेंजर बिंदर पाल मौजूद रहे। ढिकाला जोन खुलने से पर्यटन कारोबारी भी उत्साहित है। अब कार्बेट पार्क पूरी तरह से पर्यटन गतिविधि के लिए खुल चुका है।
ढिकाला में इन जगह में नाइट स्टे करेंगे पर्यटक
ढिकाला में नाइट स्टे के लिए ओल्ड एफआरएच में पांच, न्यू एफएचआर एच में तीन, हटमेंट में सात, एनेक्सी में सात, कैबिन में तीन, खिनानौली विश्राम गृह में तीन, सर्पदुली में दो, गैरल में सात, सुल्तान में दो कक्ष हैं। इसके अलावा ढिकाला में सिंगल 24 डोमेट्री, सर्पदुली में तीन व गैरल में आठ डोमेट्री हैं।
गिरिजा जोन गेट के विरोध में ढिकुली में धरना
कार्बेट पार्क के गिरिजा पर्यटन जोन को रिगोंड़ा शिफ्ट करने के विरोध में ग्रामीणों ने ढिकुली पर्यटन गेट में धरना दिया। मंगलवार को गिरिजा पर्यटन जोन में धरना दे रहे ग्रामीणों ने ढिकुली से पर्यटन गेट हटाने का विरोध किया। प्रदर्शन स्थल में हुई सभा की अध्यक्षता ग्राम प्रधान ढिकुली पूनम व बीडीसी सदस्य खष्टी देवी ने संयुक्त रूप से की।
संचालन जगदीश छिमवाल द्वारा किया गया। धरने में हुई सभा के दौरान ग्रामीणों ने पार्क प्रशासन द्वारा गेट हटाने के निर्णय का विरोध किया। कहा कि ग्रामीण ढिकुली से ही गिरिजा पर्यटन गेट को संचालित करने की मांग करते आ रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि गिरिजा पर्यटन का गेट ढिकुली से शुरू नहीं किया गया तो आंदोलन करेंगे। कहा की गेट का प्रवेश द्वार गर्जिया से तथा निकासी रिंगोड़ा से की जाय जिससे दोनों क्षेत्रों को बराबर रोजगार का अवसर मिल सके।
पर्यटन कारोबारी व स्थानीय ग्रामीण वीरेंद्र रावत ने कहा की सरकार द्वारा स्थानीय लोगो को रोजगार देने के लिए ढिकुली से पर्यटन गेट खोला गया था। लेकिन पार्क प्रशासन ने बिना किसी सूचना के गेट को रिगोंड़ा शिफ्ट कर दिया। सभा स्थल में ईडीसी अध्यक्ष राजेंद्र छिम्वाल, चंदन राम, मोहन सुयाल, जगदीश छिम्वाल, पूजा रावत, तुलसी देवी, सलमा बेगम, खीमराम, इकबाल सिंह मौजूद रहे।
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