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    स्व. इंदिरा हृदयेश के सहारे सुमित की सियासी नैया पार कराने की जुगत, होर्डिंग्स से पटा शहर

    By Prashant MishraEdited By:
    Updated: Mon, 13 Dec 2021 10:13 AM (IST)

    दो माह पहले शुरू हुई इंदिरा विकास संकल्प यात्रा और अब पोस्टरों के जरिये सुमित हृदयेश ने अपनी दावेदारी को और मजबूत किया है। चर्चा भले पक्ष और विपक्ष दोनों में है। लेकिन इतना तय है कि पहले यात्रा और अब पोस्टरों ने अन्य दावेदार टेंशन में है।

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    दो माह से हर वार्ड में इंदिरा विकास संकल्प यात्रा के जरिेये माहौल बनाया जा रहा है।

    जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : हल्द्वानी में कांग्रेस की पहचान डा. इंदिरा हृदयेश से थीं। इसलिए चुनावी संग्राम में पार्टी को अभी भी उनका ही सहारा है। संगठन को पता है कि इंदिरा की वजह से पैदा हुई सहानुभूति की लहर ही विपक्ष की दूसरी लहरों का सामना कर सकती है। इसलिए शहर के हर मुख्य प्वाइंट पर डा. इंदिरा हृदयेश के होर्डिंग और बैनर नजर आ रहे हैं। दो माह पहले शुरू हुई इंदिरा विकास संकल्प यात्रा और अब पोस्टरों के जरिये सुमित हृदयेश ने अपनी दावेदारी को और मजबूत किया है। चर्चा भले पक्ष और विपक्ष दोनों में है। लेकिन इतना तय है कि पहले यात्रा और अब पोस्टरों ने अन्य दावेदारों को टेंशन में डाल दिया है। क्योंकि हल्द्वानी में इंदिरा के नाम को नकारना पार्टी के लिए फिलहाल असंभव सा है। इसलिए लिखा गया है 'आपको न भूल पाएंगे' और 'मां के अधूरे सपने बेटा करेगा पूरे                                                                                   

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    डा. इंदिरा हृदयेश तीन बार हल्द्वानी से विधायक चुनी गई थीं। राजनीतिक अनुभव को देखते हुए दो बार कैबिनेट मंत्री और विपक्ष में आने पर नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। जून 2021 में दिल्ली में उनका निधन हो गया था, मगर उपचुनाव का मामला टल गया। वहीं, 2018 के मेयर चुनाव में हल्द्वानी सीट से बढ़त बनाने वाले उनके बेटे सुमित हृदयेश अब विधानसभा चुनाव को लेकर दावेदारी ठोंक चुके हैं। दो माह से हर वार्ड में इंदिरा विकास संकल्प यात्रा के जरिेये कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाया जा रहा है।

    दस वार्डों में यात्रा पहुंचनी अभी बाकी है। चर्चा है कि दिसंबर अंत तक कई सीटों पर कांग्रेस चेहरों को लेकर स्थिति साफ कर देगी। भले पहली लिस्ट में हल्द्वानी जैसी हाई-प्रोफाइल सीट का नंबर आए न आए, लेकिन परिवर्तन यात्रा से लेकर विजय शंखनाद जनसभा के माहौल ने यह झलक जरूर दिखलाई कि चेहरे को लेकर प्रदेश नेतृत्व भी दबाव में नजर आ रहा है। क्योंकि, रिस्क के तौर पर लिया कोई भी निर्णय गढ़ में सेंधमारी की गुंजाइश बढ़ा देगा।

    होर्डिंग में महानगर अध्यक्ष से लेकर सोनिया तक

    दो तरह के होर्डिंग और फ्लैक्स अब तक लग चुके हैं। एक में सिर्फ डा. इंदिरा हृदयेश की फोटो है। जबकि दूसरे में शहर से लेकर राष्ट्रीय पदाधिकारी नजर आ रहे हैं। सोनिया, प्रियंका और राहुल गांधी के अलावा इसमें प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, पूर्व सीएम हरीश रावत, अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व अध्यक्ष यशपाल आर्य शामिल है। चारों कार्यकारी अध्यक्ष के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह कुंजवाल, प्रदीप टम्टा, उप नेता प्रतिपक्ष करन माहरा, पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी और जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष भी पोस्टर में शामिल है।