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    विजिलेंस के इन नंबरों पर करें भ्रष्‍टाचार की शिकायत, गुप्‍त तरीके से होगी जांच

    By Skand ShuklaEdited By:
    Updated: Thu, 06 Dec 2018 02:31 PM (IST)

    अगर किसी भी व्यक्ति से काम कराने या अन्य किसी तरह का दबाव बनाकर रुपये या अन्य किसी तरह की रिश्वत की डिमांड की जाती है तो बिना डरे इसकी शिकायत विजिलेंस ...और पढ़ें

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    विजिलेंस के इन नंबरों पर करें भ्रष्‍टाचार की शिकायत, गुप्‍त तरीके से होगी जांच

    हल्द्वानी, जेएनएन : सरकारी कर्मचारी से लेकर अफसर तक व इनके नाम पर रिश्वत लेने वालों पर शिकंजा कसने के लिए सतर्कता (विजिलेंस) महकमे का गठन किया गया है। अगर किसी भी व्यक्ति से काम कराने या अन्य किसी तरह का दबाव बनाकर रुपये या अन्य किसी तरह की रिश्वत की डिमांड की जाती है तो बिना डरे इसकी शिकायत विजिलेंस टीम से की जा सकती है। उत्तराखंड राज्य में गढ़वाल व कुमाऊं मंडल में दो-दो दफ्तर खोले गए हैं। पीडि़त यहां लिखित शिकायत कर सकते हैं। विभाग शिकायत की गोपनीय जांच कराएगा। अगर आरोप सही पाए गए तो आरोपित को ट्रैप कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।

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    विजिलेंस से एसपी अमित श्रीवास्तव बुधवार को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर में पाठकों को भ्रष्टाचारियों की शिकायत करने के तरीकों की जानकारी दे रहे थे। एसपी विजिलेंस ने कहा कि राज्य सरकार के किसी भी विभाग के कर्मचारी या अधिकारी द्वारा किसी भी कार्य को करने के लिए रिश्वत मांगने पर शिकायत विजिलेंस से की जा सकती है। विजिलेंस की खासियत है कि वह आरोपित को रंगे हाथों गिरफ्तार करती है। वहीं यदि कोई निजी व्यक्ति भी किसी सरकारी अफसर व कर्मचारी से काम कराने के एवज में रिश्वत मांगता है तो इसकी शिकायत भी विजिलेंस में की जा सकती है। ऐसे दलाल के साथ ही उसके माध्यम से रिश्वत लेने वाले अफसर या कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी। हल्द्वानी, अल्मोड़ा, देहरादून व श्रीनगर में विजिलेंस के सेक्टर व सब सेक्टर कार्यालय खोले गए हैं। आरोपित को ट्रैप करने तक विजिलेंस अपनी पूरी कार्रवाई गोपनीय रखती है।

    वित्तीय अनियमितता व पद के दुरुपयोग भी होती है शिकायत

    भ्रष्टाचार के अलावा अगर कोई सरकारी विभाग का अफसर या कर्मचारी वित्तीय अनियमितताएं या पद का दुरुपयोग करता है तो इसकी शिकायत भी विजिलेंस में की जा सकती है। विजिलेंस गोपनीय तरीके से इसकी जांच करती है। आरोपों में सत्यता मिलने पर आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट शासन को भेजी जाती है। शासन के आदेश के बाद आरोपित के विरुद्ध विधिक कार्रवाई होती है।

    टोल फ्री नंबर पर भी की जा सकती है शिकायत

    एसपी अमित श्रीवास्तव ने कहा कि भ्रष्टाचार से संबंधित मामलों की शिकायत अफसरों से मोबाइल व लैंडलाइन फोन के अलावा टोल फ्री नंबर पर भी की जा सकती है। महकमे ने इसके लिए 18001806666 टोल फ्री नंबर शुरू किया है।

     

    वाट्सएप नंबर पर भी की जा सकती है शिकायत

    मुख्यालय देहरादून - 9456592300

    सेक्टर हल्द्वानी - 9456592297

    ये हैं अफसरों के फोन नंबर

    एसएसपी मुख्यालय - 9456591883

    एसपी हल्द्वानी - 9411112761

    एसपी देहरादून - 9456591884

    इस पतों पर भेजी जा सकती है लिखित शिकायत

    सतर्कता निदेशालय

    निदेशक, सतर्कता निदेशालय, कारगी ग्रांट चांचक, हरिद्वार बाइपास रोड, देहरादून

    सब सेक्टर श्रीनगर

    अपर पुलिस अधीक्षक, सब सेक्टर श्रीनगर, श्रीकोट गंगानाली तहसील श्रीनगर, पौड़ी गढ़वाल

    सेक्टर हल्द्वानी

    पुलिस अधीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर हल्द्वानी, निकट तरणपाल, रामपुर रोड

    सब सेक्टर अल्मोड़ा

    प्रभारी सब सेक्टर, सब सेक्टर अल्मोड़ा, जिला पंचायत भवन, धारानौला, अल्मोड़ा

    विजिलेंस के लैंडलाइन नंबर

    सतर्कता निदेशालय - 0135-2721381

    सब सेक्टर श्रीनगर - 01346-244004

    सेक्टर हल्द्वानी - 05946-246372

    सब सेक्टर अल्मोड़ा - 05962-233210

    14 साल में 19 अफसर 68 कर्मचारी गिरफ्तार

    विजिलेंस की सेक्टर हल्द्वानी की टीम वर्ष 2005 से अब तक भ्रष्टाचार के 77 मामलों का खुलासा कर 87 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसमें 19 राजपत्रित अफसर व 68 अराजपत्रित कर्मचारी शामिल हैं। इसमें से 23 भ्रष्टाचारियों को सजा भी दिलाई जा चुकी है, जबकि साक्ष्यों के अभाव में 24 रिहा हुए।

    इन लोगों ने पूछे शिकायत करने के तरीके

    बिंदुखत्ता से लक्ष्मी जग्गा, हल्द्वानी से सौरभ अग्रवाल, राजेश कुमार, राज टम्टा, डॉ. प्रमोद अग्रवाल गोल्डी, कमोला से शिव सिंह व रामनगर से अरुण बिष्ट आदि। अधिकांश लोगों ने अपने नाम व पते गोपनीय रखने की गुजारिश की है।

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