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स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की स्टार रेटिंग के लिए सिटीजन बताएंगे कितना कारगर रहा प्लास्टिक बैन

स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की स्टार रेटिंग में प्लास्टिक उपयोग पर रोक की स्थिति और गंदगी की शिकायतों के निपटारे में पूरे 100 प्रतिशत नंबर नागरिकों के फीडबैक पर मिलेंगे।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 05 Jun 2020 06:20 AM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 06:20 AM (IST)
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की स्टार रेटिंग के लिए सिटीजन बताएंगे कितना कारगर रहा प्लास्टिक बैन

हल्द्वानी, जेएनएन : स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की स्टार रेटिंग में प्लास्टिक उपयोग पर रोक की स्थिति और गंदगी की शिकायतों के निपटारे में पूरे 100 प्रतिशत नंबर नागरिकों के फीडबैक पर मिलेंगे। प्लास्टिक पर रोक दिखाने के लिए नगर निगम द्वारा की जाने वाली कार्रवाइयों का रिकॉर्ड अब स्वच्छ सर्वे में नंबर नहीं दिला सकेगा, बल्कि आम नागरिकों के फीडबैक पर ही माना जाएगा कि शहर में प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगी है या नहीं।

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केंद्र सरकार ने अगले साल की स्टार रेटिंग के पैरामीटर जारी कर दिए हैं। नए पैरामीटर के अनुसार पेनाल्टी, स्पॉट फाइन और स्वच्छता कर वसूली के भी पूरे नंबर लोगों के फीडबैक पर ही मिलेंगे। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के 80 प्रतिशत नंबर नागरिकों के फीडबैक पर मिलेंगे। स्टार रेटिंग के सर्वे के लिए केंद्र से आने वाली टीम डोर टू डोर कलेक्शन का 20 फीसद नंबर देगी, लेकिन नालों, तालाब और अन्य जल स्रोतों की सफाई पर नागरिकों का फीडबैक नहीं लिया जाएगा।

सेनेटरी नैपकिन व डायपर्स की प्रोसेसिंग जरूरी

घरेलू खतरनाक कचरे के रूप में सेनेटरी नैपकिन और डायपर्स व अन्य मेडिकल वेस्ट अलग से कलेक्ट होता है। इसके लिए कचरा गाड़ियों में पीछे की तरफ एक काला डिब्बा लगाना होता है। अभी तक शहर सूखे और गीले कचरे की प्रोसेसिंग की व्यवस्था तो करता हैं, लेकिन इस कचरे की प्रोसेसिंग पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नए मानदंड में फाइव और सेवन स्टार रेटिंग के लिए इसे क्वालीफाइंग शर्त के रूप में जोड़ दिया है।

यह होगी सिटीजन फीडबैक की कैटेगरी

  • -14 वर्ष से अधिक उम्र के स्कूली छात्र
  • - सरकारी अधिकारी, सेल्फ हेल्प ग्रुप, सिविल सोसायटी, सामाजिक संगठन, एनजीओ
  • - रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन
  • - व्यापारी संगठन
  • -अस्पताल
  • - निजी क्षेत्र के कार्यालय
  • - शहर के प्रमुख नागरिक
  • (नोट : उक्त में से कोई भी छह कैटेगरी तय कर सकेंगे)

वार्ड स्तर पर इस तरह से लिया जाएगा सिटीजन फीडबैक

  • - कुल मकानों का आधा प्रतिशत
  • - शहर के एक प्रतिशतदुकानदार
  • - 10 फीसद एजुकेशन इंस्टीट्यूट
  • - 5 प्रतिशत होटल, धर्मशाला, गेस्ट हाउस
  • - 5 फीसद रेस्टोरेंट, ढाबा
  • - 5 प्रतिशत बल्क बेस्ट जनरेटर
  • - एक फीसद सरकारी या निजी ऑफिस
  • - 10 फीसद टूरिस्ट एरिया
  • - सभी पार्कों में पांच नागरिक
  • सभी ट्रांसपोर्ट हब पर पांच नागरिक

स्टार रेटिंग के मानकों में बदलाव 

डॉ. मनोज कांडपाल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि केंद्र ने स्टार रेटिंग के मानकों में बदलाव किया है। इस बार हमने दावा नहीं किया था। कोशिश होगी कि अगली बार हम स्टार रेटिंग के लिए खुद का दावा करें। हमें कई सुधार करने होंगे। 

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