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परीक्षा में अब चिट से तौबा, मोबाइल और स्मार्ट वाॅच से कर रहे हैं नकल

कुमाऊं विवि की परीक्षा में भी अब छात्रों ने नकल करने के परंपरागत तौर को छोड़ हाइटेक रास्ता अपनाया है। अब परीक्षार्थी द्वारा नए तकनीकों से की जा रही नकल की वजह से विवि के उड़नदस्ते में शामिल प्राध्यापक भी हैरान हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 11:26 AM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 11:26 AM (IST)
परीक्षा में अब चिट से तौबा, मोबाइल और स्मार्ट वाॅच से कर रहे हैं नकल
परीक्षा में अब चिट से तौबा, मोबाइल और स्मार्ट वाॅच से कर रहे हैं नकल

नैनीताल, जागरण संवाददाता : कुमाऊं विवि की परीक्षा में भी अब छात्रों ने नकल करने के परंपरागत तौर तरीकों को छोड़ हाइटेक रास्ता अपनाया है। अब परीक्षार्थी पर्ची से, कपड़ों में या हाथ में लिखकर नकल नहीं कर रहे हैं। नए तकनीकों से की जा रही नकल की वजह से विवि के उड़नदस्ते में शामिल प्राध्यापक भी हैरान हैं। उन्हें आइटी एक्सपर्ट्स की मदद लेनी पड़ रही है।

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स्नातकोत्तर के बाद स्नातक स्तर में भी सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के बाद छात्रों पर परीक्षा का दबाव बढ़ा है। अब उन्हें हर समय परीक्षा की तैयारी में जुटना पड़ता है। इस वजह से छात्र राजनीति भी सीमित हो गई है। सेमेस्टर परीक्षा में कम अंक आने पर स्पेशल बैक व सुधार परीक्षा आयोजित होती रहतीं हैं। यही वजह है कि अब परीक्षा में शामिल छात्र छात्राएं नकल के लिए मोबाइल, घड़ी या चिप का प्रयोग कर रहे हैं।

पिछले साल आयोजित परीक्षा में एक दर्जन से अधिक मोबाइल चिप व घड़ी से नकल के मामले सामने आ चुके हैं। परीक्षा नियंत्रक डॉ. हरीश बिष्ट का कहना है कि डीएसबी में ही एक छात्र के पास करीब 40 हजार की मोबाइल घड़ी मिली, जिससे वह नकल कर रहा था। प्रो बिष्ट के अनुसार स्पेशल बेक व कोविड काल में परीक्षा से वंचित छात्रों की दोबारा परीक्षा में 17 नकलची पकड़े जा चुके हैं।


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